शिवपुरी: पीएम मोदी से बोली आदिवासी महिला-पहले ओलों से बचने सिर पर लगा लेते थे थाली, अब पक्का मकान है

शिवपुरी, 15 जनवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जनमन अभियान के अंतर्गत सोमवार को जिले के हातौद में वर्चुअली सहरिया आदिवासियों से सीधा संवाद किया गया। इस दौरान हातौद गांव की विद्या आदिवासी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधी बातचीत की और इस बातचीत के दौरान विद्या आदिवासी ने अपने जीवन की कहानी प्रधानमंत्री को सुनाई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत करते हुए शिवपुरी जिले के हातौद ग्राम की रहने वाली विद्या आदिवासी ने प्रधानमंत्री को बताया कि पहले उनकी झोपड़ी थी। उस दौरान जब ओले गिरते थे, तो बचाव के लिए अपने ऊपर थाली लगा लेते थे। लेकिन अब पक्का आवास मिल गया है और पीएम जनमन अभियान के अंतर्गत उनका आधार कार्ड बन गया है, आयुष्मान कार्ड बन गया है। इसके अलावा और भी कई योजनाओं का लाभ उनको मिल रहा है। उन्होंने बताया कि पहले उनका मायका शिवपुरी में था और इसके बाद उनकी शादी हातौद में हो गई। हातौद पूरा इलाका जंगली एरिया था। यहां पर झोपड़ी थी अन्य सुविधाएं नहीं थी, पक्का आवास नहीं था। विद्या ने बताया कि जब शादी के बाद पापा पहली बार लिवाने के लिए आए तो उन्होंने अपने पापा से कहा कि पापा तुमने मुझे कहा डांग (जंगली एरिया) में पटक दिया। लेकिन पापा बोले कि आने वाले समय में बेटा तुम्हारा भी पक्का आवास होगा और अब जाकर यह सपना पूरा हो गया है।

जनमन अभियान के अंतर्गत वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने शिवपुरी की आदिवासी महिला ललिता आदिवासी ने भी पूरी कहानी बताई। उन्होंने बताया कि किस तरह से समूह के माध्यम से उनके जीवन में परिवर्तन आया है। पहले उनकी नाममात्र की आय थी लेकिन ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़कर उनकी आय में वृद्धि हुई है। इसके अलावा उन्हें विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल रहा है। आज पक्का आवास मिल गया। इन बातों को लेकर के प्रधानमंत्री ने उनसे कहा कि आप तो सुपरफास्ट बोलती हो। इस पर सभी मौजूद लोगों ने तालियां बजा दी।

हिंदुस्थान समाचार/ रंजीत गुप्ता

   

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