यजुर्वेद भूत, वर्तमान व भविष्य से जोड़कर रखता है : डाॅ. प्रियंवदा

मुरादाबाद, 27 अक्टूबर (हि.स.)। महिला आर्य समाज की संस्थापिका आशा जैमिनी द्वारा वृंदावन गार्डन रामगंगा विहार में रविवार को दूसरे दिन भी तीन दिवसीय यजुर्वेद पारायण यज्ञ कार्यक्रम जारी रहा। यजुर्वेद पारायण यज्ञ आर्य कन्या गुरुकुल नजीबाबाद की अधिष्ठात्री प्रियंवदा वेद भारती के निर्देशन में सम्पंन हो रहा है। द्वितीय दिन यजुर्वेद के तीस अध्याय पूर्ण किए गए। यज्ञ के मुख्य यजमान डॉ. काव्य सौरभ जैमिनी व तृप्ति रस्तोगी रहे।

इस अवसर पर डाॅ. प्रियंवदा ने कहा कि यजुर्वेद भूत, वर्तमान व भविष्य से जोड़कर रखता है। उन्होंने कहा कि ‘सौम्यं मधु-पिबन्तु मदन्तु’ मंत्र की व्याख्या सौम्य मधुपान के फल हैं। प्रसन्नता, प्रसन्न रहकर अपने को विविध विद्याओं से युक्त करना और सांसारिक व आध्यात्मिक कर्म व आचरण में वह विद्या उतर जाए।

हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जयसवाल

   

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