श्योपुर: कूनो में एक और चीता की मौत, निगरानी दल को अचेत अवस्था में मिला था शौर्य

श्योपुर, 16 जनवरी (हि.स.)।कूनो उत्सव के बाद तीन शावकों के जन्म से कूनो में खुशी का माहौल बना हुआ था। इसी बीच मंगलवार को कूनो उद्यान से बुरी खबर आई, चीता शौर्य ने दम तोड़ दिया है। निगरानी दल को सुबह 11 बजे शौर्य अचेत अवस्था में मिला। टीम ने सीपीआर दिया, लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई। अंत:परीक्षण के बाद ही मेल चीता शौर्य की मौत का कारण पता चलेगा।

अब तक कूनो उद्यान में लाए गए 20 चीतों में से 7 चीता सहित 3 शावकों की मौत हो चुकी है। मरने वाले में 'शौर्य' दसवें नंबर का चीता है। अब तक चीता शौर्य के मरने की वजह सामने नहीं आई है। बता दें कि कूनो उद्यान में 17 सिंतबर 2022 को नामीबिया से 8 चीते भारत लाए गए थे, जिसमें शौर्य भी शामिल था। कूनो में लगातार हुई चीतों की मौत के बाद सभी चीतों को बाड़े में बंद कर दिया गया था, तब से शौर्य बाड़े में बंद था। सुबह 11 बजे मॉनीटरिंग टीम को शौर्य बाड़े में अचेत अवस्था में लेटे हुए दिखाई दिया। टीम ने बाड़े में जाकर उसे सीपीआर दिया, लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई और 3:17 मिनट पर उसने दम तोड़ दिया। कूनो में अलग-अलग कारणों से एक के बाद एक कर चीता की मौत हो रही है, जिसमें शावक भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीता प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया था। एक विराम के बाद चीता युग की शुरूआत की गई थी। भारत में चीता प्रोजेक्ट के लिए नामीबिया से 8 और दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते लाए गए थे।

एपीसीसीएफ एवं निदेशक लायन प्रोजेक्ट ने प्रेसनोट जारी कर जानकारी दी है कि, दोपहर करीब 3:17 बजे नामीबियाई चीता शौर्य की मौत हुई है। सुबह लगभग 11 बजे, ट्रैकिंग टीम ने उसे लडख़ड़ाते देखा जिसके बाद शौर्य को शांत किया गया और कमजोरी पाई गई। स्थिति बिगड़ने पर शौर्य को सीपीआर दिया गया, लेकिन उसका प्रभाव नहीं हुआ।

हिन्दुस्थान समाचार/शरद

   

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