दून पुस्तकालय में पुस्तक का लोकार्पण, आत्म खोज की गहन यात्रा का दस्तावेज है 'वी गेट टू लिव'
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- Oct 28, 2024
देहरादून, 28 अक्टूबर (हि.स.)। दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से सोमवार की शाम उत्तराखंड के युवा लेखक व दार्शनिक अध्येता अनुभव कांडपाल की नई पुस्तक 'वी गेट टू लिव : एजर्नी इन टू द वंडर्स ऑफ नेचर एंड हाउ वी आर कनेक्टेड टू एवरी थिंग' का लोकार्पण किया गया। लोकार्पण के बाद एक चर्चा हुई। इसमें लालबहादुर प्रशासनिक अकादमी मसूरी के निदेशक रहे डॉ. संजीव चोपड़ा, पूर्व पुलिस महानिदेशक आलोक बी लाल, डीएवी पीजी कालेज के पूर्व प्राचार्य देवेंद्र भसीन और उच्च शिक्षा उत्तराखंड के पूर्व निदेशक डॉ. सविता मोहन ने भाग लिया।
चर्चा के दाैरान पुस्तक के विविध पक्षों पर गहन बातचीत हुई। पुस्तक के बारे में कहा गया कि यह विचारोत्तेजक कृति है, जो पाठकों को वास्तविकता की अपनी धारणाओं को चुनौती देने और आत्म खोज की परिवर्तनकारी यात्रा पर निकलने के लिए आमंत्रित करने का प्रयास करती है।
उल्लेखनीय है कि 'वी गेट टू लिव' में लेखक अनुभव कांडपाल ने प्राचीन ज्ञान, आधुनिक विज्ञान और व्यक्तिगत अनुभवों से अंतर्दृष्टि को एक साथ जोड़कर उन जटिल संबंधों के जाल पर प्रकाश डाला है जो हमें हमारे आस-पास की दुनिया से जोड़ने की कोशिश करते हैं।
गहन चिंतन और आकर्षक उपाख्यानों की एक श्रृंखला के माध्यम से लेखक पाठकों को ब्रह्मांड में उनके स्थान और अस्तित्व की वास्तविक प्रकृति की गहरी समझ के लिए मार्गदर्शन करता है। अनुभव का यह अनूठा दृष्टिकोण उनकी विविध पृष्ठभूमि और दुनिया भर में व्यापक यात्राओं से आकार लेता है। जटिल दार्शनिक अवधारणाओं के लिए नवीन और सरल दृष्टि प्रदान करता है। उनकी पुस्तक वियोग के भ्रम, मन की शक्ति, वास्तविकता का स्वभाव, प्रेम और आध्यात्म की परिवर्तनकारी क्षमता जैसे विषयों की भी खोज करती है।
'वी गेट टू लिव' केवल एक किताब नहीं अपितु आत्म खोज और व्यक्तिगत विकास की यात्रा पर निकलने का आमंत्रण भी है। अनुभव की अंतर्दृष्टि किसी भी व्यक्ति को प्रभावित करेगी, जो खुद को और अपने आस-पास की दुनिया को गहराई से समझना चाहता है। यह पुस्तक पाठकों को अपनी मान्यताओं पर सवाल उठाने, अनिश्चितता की सुंदरता को अपनाने और वर्तमान क्षण में अर्थ खोजने के लिए प्रोत्साहित करती है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी ने सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन लेखिका व साहित्यकार बीना बेंजवाल ने किया। कार्यक्रम में वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. जी. रौतेला, पूर्व बैंक मैनेजर देवेंद्र कांडपाल, संजय कुमार, वंदना कांडपाल, शोध सहायक सुंदर सिंह बिष्ट, शैलेंद्र नौटियाल, सुधीर बिष्ट, पीसीकांडपाल, वीके डोभाल आदि उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण