गुरु गोबिंद सिंह जयंती पर धूमधाम से मनाया गया प्रकाश पर्व

जयपुर, 17 जनवरी (हि.स.)। गुरु गोबिंद सिंह जयंती पर बुधवार को गुलाबीनगरी शबद कीर्तन की स्वरलहरियों से सरोबार रही। खालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोविन्द सिंह के प्रकाश पर्व के अवसर पर राजधानी के गुरुद्वारों को फूलों, गुब्बारों, रंगीन झालरों से सजाया गया। सुबह गुरुग्रंथ साहिब के अखंड पाठ का समापन के बाद शुरु हुए अरदास और रागी जत्थों के शबद कीर्तन के बीच सिख-पंजाबी श्रद्धालुओं ने गुरुग्रंथ साहिब के समक्ष मत्था टेककर समाज व देश की खुशहाली की कामना की। इस मौके पर गुरुद्वारों में सुबह से देर रात तक अटूट लंगर चलते रहे।

दिया सेवा का संदेश

गुरु के दरबार में न कोई छोटा था, न कोई बड़ा। वहां अफसर, नौकर, धनवान, गरीब-अमीर , राजनेता व जनता जो भी थे, सबके मन में एक ही भाव था भारतीय संस्कृति और धर्म के लिए गुरु गोविन्द सिंह के सवर्स्व बलिदान की परंपरा को आगे बढ़ाने का। हर कोई गुरुद्वारे में सेवा के लिए आतुर दिखे। कोई व्यवस्था में, कोई लंगर में, कोई किसी अन्य तरह की सेवा में अपना योगदान देता नजर आया। गुरुद्वारा पहुंचकर सभी श्रद्धालुओं ने मत्था टेका, शााम होते ही बिजली की रोशनी से गुरूद्वारे जगमगा उठे।

प्रकाश पर्व का मुख्य आयोजन राजापार्क गुरुद्वारे में संपन्न हुआ। इस मौके पर सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने राजापार्क स्थित गुरुद्वारा सिंह सभा पहुंच कर मत्था टेक कर आशीर्वाद लिया।

इस मौके पर गोपाल शर्मा ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह ने भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए सर्वस्व बलिदान कर सिख गुरुओं की महान परंपरा को आगे बढाया। उन्होंने हमेशा अन्याय के विरूद्ध लड़ाई लड़ी और जाति का भेद मिटाकर प्रेम और एकता का संदेश दिया।संपूर्ण देश उनके त्याग और बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा।

इस मौके पर सुबह आसदीवार और नितनेम कीर्तन के बाद विशेष कीर्तन दरबार सजाया गया। रागी जत्थों में गुरु महिमा का बखान किया। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष मत्था टेककर सरबस के भले की कामना की। भाई सुरेंद्र सिंह, भाई नछत्तर सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब अमृतसर वाले ने आसादीवार का कीर्तन दीवान सजाया। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शबद सुने।

अल सुबह निकाली प्रभात फेरी

गुरुद्वारा हीदा मोरी से गुरु नानक मेडिकल स्टोर रामगंज और वापस गुरुद्वारा हीदा की मोरी तक प्रभातफेरी के रूप में नगर कीर्तन निकाला गया। गुरुद्वारा वैशाली नगर में सुबह आसा दी वार के पाठ से शुरुआत हुई। इसके बाद अलग-अलग रागी जत्थों ने गुरु की वाणी से संगत को निहाल किया। हीदा की मोरी, जवाहरनगर, सेठी कॉलोनी, कंवर नगर, मालवीयनगर में बड़े स्तर पर प्रकाश पर्व मनाया गया। गुरुद्वारा पानीपेच में भाई मनमीत सिंह खालसा कॉलेज दिल्ली वाले कीर्तन करके संगत को निहाल किया।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप

   

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