इलाज में देरी के कारण महिला और नवजात की मौत

मुंबई,20 जनवरी (हि.स.)। पालघर जिले के मोखाडा तालुका में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है। यहां एक गर्भवती आदिवासी महिला और उसके कोख में पल रहे नवजात की समय पर इलाज न मिलने के कारण दर्दनाक मौत हो गई।जबकि इस दौरान गरीब परिवार जच्चा बच्चा की जान बचाने के लिए डॉक्टर और अधिकारियों की मिन्नते करते रहा। लेकिन फिर भी न महिला की जान बची न हो नवजात की जान बचाई जा सकी है।

मिली जानकारी के अनुसार मोखाडा से करीब 20 किमी दूर शिरसगांव ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले गणेशवाड़ी निवासी रूपाली भाऊ रोज़ (25) आठ महीने की गर्भवती थी। रूपाली को प्रसव पीड़ा के बाद खोडाला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। महिला के परिजनों का कहना है, कि डॉक्टर और स्वाथ्यकर्मियो ने यहां उसका इलाज नही किया जिससे वह प्रसव पीड़ा में तड़पती रही।

डॉक्टरों द्वारा इलाज नहीं करने पर रूपाली को घर ले जाया गया। इसके बाद महिला को अगले दिन सोमवार की सुबह मोखाडा ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन तब तक रूपाली के गर्भ में पल रहे नवजात की मौत हो गई थी। इसके बाद रूपाली को इलाज के लिए नासिक ले जाने के लिए कहा गया। नासिक के सिविल अस्पताल में शुक्रवार को रूपाली की भी दर्दनाक मौत हो गई। मृतक रूपाली के परिजनों का आरोप है, कि वह उसे एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल लेकर परिजन भटकते रहे। लेकिन समय पर इलाज नहीं मिला जिससे महिला और नवजात की मौत हो गई।

हिदुस्थान समाचार/

   

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