अनुसूचित जनजाति वर्ग के स्नातकों को बीएड के लिये करें प्रोत्साहित: उदय प्रताप सिंह

- स्कूल शिक्षा मंत्री ने की विभागीय योजनाओं की समीक्षा, कहा- शिक्षकों की आवास व्यवस्था की करें योजना तैयार

भोपाल, 23 जनवरी (हि.स.)। स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता में निरंतर सुधार की आवश्यकता है। इसके लिए शिक्षकों के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने स्कूलों में बच्चों को पढ़ाई के समानांतर व्यवसायिक शिक्षा दिलाये जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्रों में स्नातक युवाओं को बीएड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने जनजातीय युवाओं की बीएड फीस की प्रतिपूर्ति की योजना तैयार करने के निर्देश भी दिये।

स्कूल शिक्षा मंत्री सिंह मंगलवार को भोपाल में लोक शिक्षण संचालनालय में विभागीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी,बैठक में लोक शिक्षण आयुक्त अनुभा श्रीवास्तव एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

मंत्री सिंह ने ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों की आवास व्यवस्था की योजना तैयार करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये। उन्होंने प्रदेश के सरकारी हायर सेकंड्ररी स्कूलों में वार्षिक उत्सव को गरिमा और भव्यता के साथ आयोजित किये जाने के लिए कहा।

बैठक में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया की भी चर्चा की गई। बैठक में बताया गया कि पिछले तीन वर्षों में 32 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती की गई है। इनमें उच्च माध्यमिक, माध्यमिक और प्राथमिक शिक्षक शामिल हैं। बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि प्रदेश भर में 2 लाख 42 हजार से अधिक शिक्षक सरकारी स्कूलों में कार्यरत हैं। इसके साथ ही करीब 72 हजार 500 अतिथि शिक्षक भी शैक्षणिक कार्य में सरकारी स्कूलों में अपनी सेवाएँ दे रहे हैं। बैठक में ऑनलाइन स्थानांतरण नीति पर भी चर्चा की गई।

वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियाँ

बैठक में बताया गया कि बच्चों में पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए बालरंग, मोगली बाल उत्सव, कालिदास समारोह, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, सामूहिक सूर्य नमस्कार और अनुगूंज कार्यक्रम प्रतिवर्ष आयोजित किये जा रहे हैं। इनमें करीब 20 लाख से अधिक विद्यार्थियों की सहभागिता की जा रही है।

बैठक में स्कूल शिक्षा मंत्री ने रिक्त पड़े स्पोर्ट्स टीचर की शीघ्र भर्ती के निर्देश दिये। बैठक में उच्च पद प्रभार प्राचार्य संवर्ग और उच्च पद प्रभार शिक्षक संवर्ग की भी जानकारी दी गई। बैठक में बताया गया कि राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली खेल प्रतियोगिताओं में मध्यप्रदेश राज्यों की पदक तालिका में तीसरे स्थान पर रहा था। इस वर्ष बच्चों ने राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में 120 पदक हासिल कर लिये हैं। बैठक में समग्र शिक्षा अभियान, व्यवसायिक शिक्षा, कौशल कॅरियर मार्गदर्शन की भी जानकारी दी गई।

सरकारी स्कूलों में आई.सी.टी. लैब

बैठक में केंद्र सरकार की ICT@school परियोजना की भी जानकारी दी गई। वर्ष 2022-23 में 2 हजार 516 लैब बनाई जा चुकी है। इस वर्ष 40 जिलों में एक हजार 79 लैब के लिये सभी प्रकार की स्वीकृति जारी की जा चुकी है। इस लैब में 10 कम्फ्यूटर, प्रिंटर और यूपीएस उपलब्ध रहते हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री ने बच्चों में कम्प्यूटर के बारे में प्रशिक्षण देने के लिये पीपीपी मॉडल पर योजना तैयार करने के निर्देश दिये। प्रदेश में स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता सुधार के लिए कई राष्ट्रीय स्तर के एनजीओ कार्य कर रहे है। इन एनजीओ ने स्कूल शिक्षा मंत्री के सामने प्रजेंटेशन दिये।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

   

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