प्रधानमंत्री मोदी के 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में संस्कृत के विद्यार्थी भी हुए शामिल

-कार्यक्रम का लाइव प्रसारण, छात्रों ने मोदी के क्लास में तनाव दूर करने का टिप्स अंगीकार किया

वाराणसी, 29 जनवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम के 07वें संस्करण में देशभर के विद्यार्थियों उनके अभिभावकों और शिक्षकों से संवाद किया। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी के विद्यार्थी पूरे उत्साह से शामिल हुए और कार्यक्रम का लाइव प्रसारण देख परीक्षा के तनाव से मुक्ति पाने के लिए प्रधानमंत्री के टिप्स को भी अंगीकार किया।

इस कार्यक्रम में सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के साथ कुलपति प्रो.बिहारी लाल शर्मा, सभी वरिष्ठ आचार्यो ने भी भागीदारी की। विश्वविद्यालय के पाणिनी भवन सभागार में विशाल स्क्रीन पर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सभी ने देखा ।

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री शिक्षक और अभिभावक के रूप में दिखे। उन्होंने छात्रों से बातचीत में कहा कि 'हमें किसी भी दबाब को झेलने के लिए खुद को सामर्थ्यवान बनाना चाहिए। दबाव को हमें अपने मन की स्थिति से जीतना जरूरी है। किसी भी प्रकार की बात हो, हमें परिवार में भी चर्चा करनी चाहिए। पॉजिटिव होने से सभी समस्याओं का हल होगा।

प्रधानमंत्री ने छात्रों से कहा कि अपने शिक्षकों के साथ तालमेल जोड़कर निरन्तर सीखना चाहिए। जिंदगी में परीक्षा कभी नहीं खत्म होती है। हमें सदैव धनात्मक होना चाहिए इससे आत्मविश्वास बढ़ेगा। जीवन में हर क्षण परीक्षा का सामना करना पड़ता है, मेरी भी परीक्षा होती है यह सभी की जिंदगी में आती है। कभी भी किसी दबाव में नहीं आना चाहिए।

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने छात्रों के सवाल का जबाब देते हुए कहा कि कम्प्यूटर और मोबाइल के युग में हम लिखना भूल गए हैं। ऐसे में सदैव हमें लिखने की आदत डालनी चाहिए। इसके लिए हमें परीक्षा में जाने से पहले अभ्यास के रूप खुद लिखना चाहिए। इससे अपने तैयारी की वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त होती है।

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के समापन के बाद कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमन्त्री मोदी ने एक शिक्षक, अभिवावक के रूप में अपनी कक्षा में जो व्यावहारिक ज्ञान दिया, वह छात्रों के साथ सभी के जीवन में काम आएगा। विद्यार्थियों को सदैव अपनी कमियों को ढूंढकर दूर करने का प्रयास करना चाहिए, स्वंय का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिये सदैव प्रयास करना चाहिए। अपने शिक्षकों के साथ सदैव तालमेल जोड़कर अपनी परीक्षा की तैयारी मे मदद लेनी चाहिए।

कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रो. अमित कुमार शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम के जरिए विद्यार्थियों के सफ़लता के विभिन्न आयामों पर टिप्स देकर उनके अंदर उत्साह और आत्मविश्वास बढ़ाया।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/पदुम नारायण

   

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