धान खरीद की तिथि एक माह बढ़ाने कांग्रेस ने की मांग

रायपुर, 29 जनवरी (हि.स.)। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि धान खरीद की तिथि एक महीना और बढ़ाया जाना चाहिये। अभी तक प्रदेश के पांच लाख से अधिक किसान ने अपना धान नहीं बेचा है, तो ऐसे में धान खरीद की समय सीमा बढ़ानी चाहिये। सरकार गलत बोलती है कि लक्ष्य प्राप्त हो गया, यह लक्ष्य तो भूपेश बघेल की सरकार ने निर्धारित किया था।तब 20 क्विंटल प्रति एकड़ की खरीद के हिसाब से लक्ष्य था। जब लक्ष्य प्रति एकड़ 21 क्विंटल घोषित कर दिया तो यह लक्ष्य बढ़कर 150 लाख मीट्रिक टन हो जायेगा। इस लक्ष्य को प्राप्त करने कम से कम एक महीने धान खरीद और बढ़ानी चाहिए।

सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि साय सरकार के दुर्भावना और किसान विरोधी षड़यंत्रों के चलते प्रदेश के किसान परेशान है। मौसम की खराबी का बहाना बनाकर अनेकों संग्रहण केंद्रों में तौलाई रोक दी गयी। टोकन जारी करने में लेटलतीफी सर्वविदित है। तौलाई की धीमी रफ्तार बारदानों की कमी के चलते किसान अपना धान नहीं बेच पाये है। व्यवस्था दुरुस्त करने के बजाय भाजपा सरकार के इशारे पर रकबा समर्पण करा के अनेकों संग्रहण केंद्रों में धान की खरीद बंद करा दी गयी है।

सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि अपनी आदत के अनुसार भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से किसानों को धोखा दिया है। इसके पहले भी 2008, 2013 में इनकी सरकार बनी थी तब भी इन्होंने किसानों से धोखा किया था। इस बार भी किसानों से वादा किया 3100 रुपये प्रति क्विंटल का एकमुश्त भुगतान करेंगे। धान खरीद समाप्त होने वाली है अभी तक 3100 रुपये प्रति क्विंटल के बारे में 6 बार मंत्रिमंडल की बैठक होने के बाद कोई निर्णय नहीं लिया गया। प्रत्येक गांव में 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से एकमुश्त भुगतान करने भुगतान केंद्र खोलने की मोदी की गारंटी कब पूरी होगी, या यह भी जुमला था। विधानसभा का सत्र आहूत किया गया लेकिन धान खरीद के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया। इसका सीधा-सीधा मतलब ये है कि भाजपा किसानों को 3100 रुपये प्रति क्विंटल देने के मूड में नहीं है।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल

   

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