महापौर ने कॉन्ट्रेक्ट पर लगे रिटायर्ड कर्मचारियों को हटाया

जयपुर, 29 जनवरी (हि.स.)। राज्य सरकार के आदेश के बाद अब विभागों से रिटायर्ड कर्मचारियों की रवानगी शुरू हो गई। नगर निगम ग्रेटर की कमिश्नर ने सोमवार को एक आदेश जारी करके चौदह ऐसे अधिकारियों को हटाया है, जो रिटायर्ड होने के बाद नगर निगम ग्रेटर मुख्यालय या स्वायत्त शासन निदेशालय में काम कर रहे थे। इसमें जयपुर मेयर सौम्या गुर्जर के एडवाइजर भी शामिल है, जो पिछले कई साल से इस पोस्ट पर रिटायर्ड होने के बाद भी कार्यरत थे।

दरअसल, पिछले दिनों राजस्थान में सरकार ने नगर निगम, नगर पालिका, नगर परिषद, यूआईटी, विकास प्राधिकरण और स्वायत्त शासन निदेशालय में कॉन्ट्रेक्ट पर लगे कर्मचारियों को हटाने के आदेश दिए थे। हटाए गए अधिकारियों में मेयर सौम्या गुर्जर के सलाहकार से लेकर लेखाधिकारी, जनसंपर्क, विधि सहायक, मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक भी शामिल हैं।

कमिश्नर रूकमणी रियाड़ की ओर से जारी आदेशों में मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक के पद पर मुरलीपुरा जोन में नियुक्त रामकिशोर गुप्ता, सहायक प्रशासनिक अधिकारी ज्ञान प्रकाश पारीक, वरिष्ठ सहायक अनिल किशोर पारीक, निदेशक विधि सलाहकार कैलाशराम ईनाणिया, संयुक्त निदेशक जनसंपर्क बृजेश पारीक को हटाया गया है।

इनके अलावा मेयर डॉ. सौम्या गुर्जर के सलाहकार रमाकांत अग्रवाल, सहायक लेखाधिकारी बजरंग लाल शर्मा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश पुष्पेन्द्र सिंह हाड़ा, स्टेनोग्राफर अशोक कुमार गुप्ता, प्रशासनिक अधिकारी युवराज कुमार गंगवाल, सीनियर ज्वाइंट लॉ एडवाइजर गोपाल लाल शर्मा, आयुक्त मदन कुमार शर्मा, सीनियर ज्वाइंट लॉ एडवाइजर सुनील राय और कमिश्नर राजेन्द्र कुमार सिंघल को भी हटा दिया गया है।

जयपुर जेडीए में बाबू, पटवारी समेत अन्य पदों पर बड़ी संख्या में कर्मचारी रिटायर्ड लगे हुए हैं। इन कर्मचारियों की संख्या 200 से ज्यादा है। इसी तरह हाउसिंग बोर्ड में 30 से ज्यादा कर्मचारी ऐसे है जो रिटायर्ड होकर वापस बोर्ड में पे माइनस पेंशन या एक निर्धारित वेतन पर काम कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप

   

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