शिक्षक उम्मीदवारों ने किया हाई कोर्ट के पास सड़क जाम, कहा - हम पीस रहे हैं, न्याय नहीं मिल रहा

कोलकाता, 30 जनवरी (हि.स.)। हाई कोर्ट के दो जजों की तकरार के बीच शिक्षक नियुक्ति संबंधी मामलों की सुनवाई में लगातार हो रही देरी को लेकर पिछले हजार से अधिक दिनों से सड़कों पर बैठे शिक्षक उम्मीदवारों का गुस्सा फूट पड़ा। मंगलवार को उन्होंने कलकत्ता हाई कोर्ट गेट के सामने सड़कों पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि राजनीतिक हस्तक्षेप और जजों की तकरार में वे पिस रहे हैं। उन्हें न्याय नहीं मिल रहा। हालांकि थोड़ी देर के बाद पुलिस आई और उन्हें हाई कोर्ट के गेट से समझा बुझाकर हटाया है।

मंगलवार को कलकत्ता हाई कोर्ट के जस्टिस सौमेन सेन की खंडपीठ उच्च प्राथमिक मामले की सुनवाई कर रही थी। उसी बीच जस्टिस सेन ने खुद को मामले की सुनवाई से अलग कर लिया। यह समाचार सुनने के बाद उच्च प्राथमिक नौकरी चाहने वालों का एक समूह उच्च न्यायालय के सामने विरोध प्रदर्शन करने लगा।

शिक्षक उम्मीदवार सुशांत घोष ने कहा कि हम न्याय चाहते हैं। हमें गलत तरीके से हमारी नौकरियों से वंचित किया गया है। हमारा मामला काफी समय से कोर्ट में लंबित है। ये मामला जस्टिस सेन की कोर्ट में काफी समय से चल रहा था। सुनवाई लगभग ख़त्म हो चुकी थी। सुनवाई दो-चार दिन में खत्म होने वाली थी। ऐसे में जस्टिस सेन ने केस छोड़ दिया। जजों की तकरार के परिणामस्वरूप, मामला अब एक नई पीठ के पास जाएगा, जिससे प्रक्रिया और लंबी हो जाएगी। हम न्याय चाहते हैं।

नौकरी चाहने वालों ने हाई कोर्ट के ''बी गेट'' के सामने विरोध प्रदर्शन किया। यह न्यायालय का मुख्य द्वार है। वकील इसी दरवाजे से होकर कोर्ट आते-जाते हैं। कुछ देर तक विरोध जारी रहने के बाद पुलिस ने स्थिति पर काबू पाया और प्रदर्शनकारियों को हटाया है। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा

   

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