कठुआ में बढ़ती चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने में पुलिस विफल-खुशबू भगतचोरों के खिलाफ पीएसए दर्ज करने की मांग की

कठुआ 01 फरवरी (हि.स.)। अपनी पार्टी की प्रवक्ता खुशबू भगत ने कठुआ और उसके गांवों में बढ़ती चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने में पुलिस की विफलता व्यक्त की है।

भगत ने प्रेस को जारी एक बयान में कहा कि न केवल शहर में, बल्कि गाँवों में भी चोरी की घटनाएँ बढ़ गई हैं और इससे निवासियों में भय फैल गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि लुटेरों को पुलिस का कोई डर नहीं है या पुलिस की निष्क्रियता ने उन्हें हथियारों के साथ दुकानों और घरों में तोड़फोड़ करने के लिए प्रोत्साहित किया है। भगत ने चोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि लुटेरों द्वारा की गई चोरी की घटनाओं की जांच के लिए विशेष टीमों का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि कठुआ में कानून-व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में दिख रही है, लेकिन लोग जानते हैं कि उन्हें मोहल्ला समितियां बनाकर अपनी सुरक्षा करनी होगी क्योंकि उनका पुलिस और उसकी सतर्कता पर से भरोसा उठ गया है।

उन्होंने कहा कि एसएसपी कठुआ, डीआइजी जेकेएस रेंज और जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक को व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी करनी चाहिए ताकि गैर-जिम्मेदार अधिकारियों पर जवाबदेही तय की जा सके और चोरों को गिरफ्तार किया जा सके। वहीं चोरों पर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया जा सके। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं से लोगों में बेचैनी है और वे ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने में पुलिस की विफलता के मद्देनजर अपने संबंधित क्षेत्रों पर नजर रखने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब की सीमा से लगे जिले में खासकर बेरोजगारी और नशे की लत के कारण ये घटनाएं बढ़ी हैं। इसलिए, पुलिस और संबंधित अधिकारियों को जांच करनी चाहिए और चोरी के मामलों से निपटने के लिए नई नीति बनानी चाहिए।

हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन//बलवान

   

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