कांग्रेस शासनकाल की फिजूल और भ्रष्टाचार की प्रतीक योजनाएं बंद होः भाजपा

रायपुर, 3 फ़रवरी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश महामंत्री जगदीश (रामू) रोहरा ने कांग्रेस शासनकाल की फिजूल और भ्रष्टाचार की प्रतीक बन चुकीं योजनाओं को उनकी समीक्षा करने के बाद उनकी अनुपयोगिता को देखते हुए बंद करने की मांग की है। रोहरा ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रियों ने अनेक योजनाओं को अपनी और कांग्रेस पार्टी की काली कमाई का जरिया बना रखा था। भाजपा शुरू से ही यह कहती आ रही है कि कांग्रेस की भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ को कांग्रेस का एटीएम बना रखा था। इसलिए अब घपले-घोटालों की सहायक बनी ऐसी योजनाओं से प्रदेश को मुक्त किया जाए।

भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश महामंत्री रोहरा ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में चहुंओर भ्रष्टाचार और घोटालों की ही गूंज रही है। सरकार की तमाम योजनाएं इस काली कमाई की सहायक सिद्ध हुई थीं। गौठान से लेकर गोबर तक, कोयला से लेकर शराब तक, प्रधानमंत्री श्रीअन्न से लोकर पीडीएस में चावल घोटाले तक और पीएससी परीक्षा से लेकर तबादलों और पदस्थापनाओं तक कांग्रेस की पूर्ववर्ती प्रदेश सरकार ने सरकारी खजाने में खुली लूट मचा रखी थी।

रोहरा ने कहा कि एक तरफ प्रदेश सरकार के लोग घोटालों में लिप्त थे। दूसरी तरफ प्रदेश आधारभूत संरचनाओं के काम के लिए तरसता रहा। विकास के नाम पर एक ईंट तक नहीं रखने वाली कांग्रेस की पूर्ववर्ती भूपेश सरकार ने रोजगार के नाम पर शिक्षित युवकों को शराब के गोरखधंधे में डिलीवरी ब्वॉय बना दिया। योजनाओं का हंगामा करके कांग्रेस ने पूरे शासनकाल में प्रदेश के हर वर्ग को कदम-कदम पर ठगने और अपमानित करने का काम किया। रोहरा ने कहा कि प्रदेश पर 53 हजार करोड़ रुपए के कर्ज का लादने वाली कांग्रेस सरकार ने प्रदेश को रसातल में पहुंचा दिया था। रोहरा ने कहा कि जब भ्रष्टाचार पर कार्रवाई शुरू हुई तो कांग्रेसी राजनीतिक प्रतिशोध का प्रलाप कर रहे हैं जबकि कांग्रेस नेताओं, सरकारी अफसरों और दलालों की गिरफ्तारी हुई है और अब तक उनको जमानत तक के लाले पड़े हुए हैं। भाजपा की प्रदेश सरकार आने के बाद भ्रष्टाचार पर कड़ाई से अंकुश लगना तय है।

हिन्दुस्थान समाचार / केशव शर्मा/प्रभात

   

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