कृषि क्षेत्र में बढ़ रहा सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग : सिंगल विण्डो प्लेटफार्म के रूप में कार्य कर रहा है राजकिसान साथी पोर्टल

जयपुर, 6 फ़रवरी (हि.स.)। राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी व आवेदन राज किसान सुविधा पोर्टल से कर सकते हैं। पोर्टल से आवेदन की प्रक्रिया को और भी सरल बनाया गया है। साथ ही इस पोर्टल से आवेदन की पेपरलैस कार्य प्रणाली को अपनाया गया है ताकि समय की बचत हो और कार्य में पारदर्शिता आये।

कृषि आयुक्त कन्हैया लाल स्वामी ने बताया कि यह एक क्रान्तिकारी परिवर्तन साबित हो रहा है, जिससे किसानों को न तो फाइल जमा करवाने के लिए दफ्तर जाना पड़ता है और न ही आवेदन की स्थिति का पता लगाने के लिए चक्कर काटने पड़ते है। पोर्टल के तहत अब आवेदनों पर ऑनलाईन निगरानी रख सकते हैं। किसान साथी पोर्टल की सहायता से कृषक जनाधार द्वारा आवेदन कर कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन एवं कृषि विपणन से सम्बन्धित योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।

उन्होंने बताया कि अब तक लगभग 12 लाख से अधिक किसान इस पोर्टल का उपयोग कर चुके है। किसानों को राहत पहुंचाने और उनके कार्य में सरलता और सुगमता लाने में किसान साथी पोर्टल कारगर सिद्ध हो रहा है। अब तक लगभग 3 लाख से अधिक किसानों को 1600 करोड़ रूपये प्रत्यक्ष लाभ हस्तान्तरण (डीबीटी) के माध्यम से प्रदान किये जा चुके है। किसान साथी पोर्टल के माध्यम से बीज, उर्वरक व कीटनाशी के लाईसेन्स भी जारी करने की सुविधा दी गई है। राज किसान सुविधा ऐप राज्य सरकार द्वारा खेती से जुड़ी योजनाओं और अनुदान की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए बनाया गया है।

राज किसान क्रेता-विक्रेता मोबाइल ऐप कृषि जींस खरीददार और विक्रेताओं के पंजीयन के लिए बनाया गया है। राज किसान साथी वेरिफिकेशन मोबाइल ऐप के माध्यम से क्षेत्र निरीक्षण की स्थिति में मौका रिपोर्ट और मौके पर जियोटैग्ड फोटोग्राफ अपलोड किये जाते है। जनाधार के माध्यम से किसानों की समस्त जानकारी ऐप पर उपलब्ध हो जाती है। इस ऐप की सहायता से किसानों को अलग-अलग फसल के बीज मिनिकिट भी वितरित किये जाते है। अब तक 75 लाख से अधिक बीज मिनिकिट इसके माध्यम से ऑनलाईन वितरित किये जा चुके है। राज किसान खजूर ऐप खजूर के पौधों की खरीद-बिक्री के लिए उपयोग किया जा रहा है। राज किसान जैविक ऐप जैविक उपज करने वाले किसान और जैविक उपज के व्यापारियों के लिए है। राज एग्री क्यूसी मोबाइल ऐप में बीज, उर्वरक और कीटनाशी की गुणवत्ता जांच के लिए सेम्पल लेने की प्रक्रिया को ऑनलाईन किया जा रहा है। अब तक 62 हजार से ज्यादा सेम्पल इसके माध्यम से ऑनलाईन लिये जा चुके है।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर

   

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