मनरेगा मामले में ईडी ने की छापेमारी

हुगली, 06 फरवरी (हि.स.)। हुगली जिले के चंदननगर के हरिद्राडांगा इलाके में स्थित संदीप साधुखां नामक एक निर्माण सहायक के घर पर मंगलवार को ईडी के अधिकारियों ने तलाशी अभियान चलाया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, दोपहर तकरीबन 12 बजे ईडी के अधिकारियों को संदीप साधुखां का घर मिला। ईडी के एक अधिकारी ने संदीप की पत्नी मौसमी से उनका फोन नंबर लेकर उन्हें कॉल किया। संदीप तब अपने वर्तमान कार्यस्थल खानाकुल के जगतपुर-1 ग्राम पंचायत में थे। शाम तकरीबन चार बजकर 20 मिनट पर संदीप अपने पहुंचे। संदीप के आने से पहले ईडी ने उनकी पत्नी और मां से पूछताछ शुरू कर दी थी। दस्तावेजों की जांच की जा रही है। साथ ही वे संदीप साधुखां का इंतजार कर रहे थे।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 के बाद से राज्य के विभिन्न थानों में मनरेगा में भ्रष्टाचार की कई शिकायतें दर्ज की गई थी। उनमें से एक शिकायत हुगली के धानेखाली पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी। ईडी सूचना रिपोर्ट या ईसीआईआर के माध्यम से एफआईआर की जांच कर रही है। मनरेगा में भ्रष्टाचार के आरोप पहले भी कई बार लग चुके हैं। लेकिन यह पहली बार है जब प्रवर्तन निदेशालय ने इसकी जांच की है। इसी तरह ईडी ने 4 जिलों में छह जगहों पर तलाशी ली।

सूत्रों के मुताबिक, मनरेगा की समीक्षा के लिए केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल ने कई बार अलग-अलग जिलों का दौरा किया था। इसके बाद हुगली जिले में करीब दो करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के आरोप सामने आये थे। कहीं बिना काम किए पैसे निकालने, कहीं फर्जी जॉब कार्ड दिखाकर तो कहीं फर्जी बिल बनाकर पैसे निकालने के आरोप लगे थे। कुछ जगहों पर ऐसी शिकायतें मिली थीं कि मनरेगा प्रोजेक्ट में कागज पर तो बांध या सड़कें बना दी गई थी लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं हुआ था। ऐसी ही एक शिकायत धानेखाली के बेलमुरी पंचायत में सामने आयी थी। उस समय संदीप साधुखां उस पंचायत के निर्माण सहायक थे। उस वक्त धानेखली थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। मनरेगा के काम की देखरेख की जिम्मेदारी निर्माण सहायकों की होती है और संदीप पंचायत कर्मी भी हैं। इसलिए ईडी इस भ्रष्टाचार की जांच में उनसे पूछताछ कर रही है। हिन्दुस्थान समाचार /धनंजय /गंगा

   

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