आध्यात्मिक सशक्तिकरण से सामाजिक परिवर्तन पर संगोष्ठी

ब्रह्मा कुमारीज की संगोष्ठी

हरिद्वार, 07 फरवरी (हि.स.)। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के रुड़की सेवा केंद्र द्वारा दक्षिण सिविल लाइंस के नए ब्रह्माकुमारीज भवन में आध्यात्मिक सशक्तिकरण से सामाजिक परिवर्तन विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने बड़ी संख्या भाग लिया और राजयोग की विधि सीखी।

ब्रह्माकुमारीज महिला प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका बीके शारदा दीदी ने कहा कि परिवर्तन सृष्टि का नियम है,जिस प्रकार वर्ष में 6 ऋतु बदलती है,उसी प्रकार हम भी अपनी सोच,संस्कार व कर्मों के माध्यम से परिवर्तित होते रहते है।यदि हमारे संस्कार अच्छे है तो हम सामाजिक परिवर्तन के द्वारा देश व समाज को अच्छा बना सकेंगे। बस जरूरत है की हम अपने अंदर श्रेष्ठ गुणों को धारण करें।उन्होंने कहा कि व्यक्ति से ही समाज बनता है और समाज से ही देश। व्यक्ति के अंदर की सोच बदलने से ही समाज बदलेगा।जिसकी पहल स्वयं से करनी होगी।

राष्ट्रीय ज्योतिष परिषद के अध्यक्ष मोदीनगर से आए डॉ. चंद्रशेखर शास्त्री ने कहा कि आध्यात्मिकता हमे अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाती है। उन्होंने वेदों व श्रीमद्भागवत गीता के विभिन्न श्लोकों के माध्यम से कहा कि परमात्मा शिव ही वह परम शक्ति है,जिसे प्राप्त करने के लिए हमें राजयोग विधि से ध्यान करने व असुरता का त्याग कर देवत्व मार्ग चलने की आवश्यकता है। स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी कांग्रेस प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मुरली मनोहर ने कहा कि हम सब अपने आप में आत्मा रूपी एक शक्तिपुंज है और इसी शक्ति पुंज को आध्यात्मिकता से जागृत कर हमें शांति, अहिंसा को प्राप्त करना है।

राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी गीता दीदी व राजयोगिनी शारदा दीदी, विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ के उपकुलपति एवं वरिष्ठ साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन ने अतिथियों का सम्मान किया। ब्रह्माकुमार सुशील भाई के संचालन में संगोष्ठी में ब्रह्माकुमारीज सब जोन इंचार्ज बीके मंजू दीदी,हरिद्वार सेवा केंद्र इंचार्ज बीके मीना दीदी,बीके रजनी,रुड़की एआरटीओ रॉक्सी एल्विन, पार्षद डॉ नवनीत शर्मा, डाक विभाग के एसपी रहे अरविंद कुमार, प्रतिबिंब संस्थान के निदेशक शरद पांडेय, हरिद्वार से पार्षद नितिन गर्ग आदि भाई बहन मौजूद रहे।

हिन्दुस्थानसमाचार/रजनीकांत/रामानुज

   

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