ग्वालियर: शहर में चार डिग्री लुढ़का न्यूनतम पारा

ग्वालियर, 07 फरवरी (हि.स.)। उत्तर से आ रहीं सर्द हवाओं के प्रभाव से न्यूनतम पारा फिर से लुढ़कने लगा है। बुधवार को ग्वालियर शहर में न्यूनतम तापमान में लगभग चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई जबकि मध्य प्रदेश में सबसे कम सात डिग्री सेल्सियस न्यूनतम के साथ दतिया सबसे ठंडा रहा।

ग्वालियर में बीते रविवार व सोमवार को हुई बारिश के बाद आसमान में बादल अभी भी डटे हुए हैं। बुधवार को भी बिखरे हुए बादल छाए रहे। हालांकि अधिकांश समय धूप खिली रही। स्थानीय मौसम विज्ञानी हुकुम सिंह ने बताया कि वर्तमान में उत्तरी पाकिस्तान से लेकर जम्मू और पंजाब तक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। मध्य प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी भाग में चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है। जहां से विदर्भ और मराठवाड़ा होते हुए उत्तरी कर्नाटक तक द्रोणिका भी गुजर रही है। इसी कारण मध्यम बादल नजर आ रहे हैं लेकिन हवाओं का रुख उत्तरी हो गया है। चूंकि उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में हाल ही में बर्फबारी हुई है और उधर से ठंडी हवाएं आ रही हैं। इस कारण सुबह-शाम और रात में ठंड का प्रकोप फिर से बढऩे लगा है। यह स्थिति अगले तीन से चार दिन तक रहेगी। इस दौरान न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की और गिरावट हो सकती है। उन्होंने बताया कि 11 से 12 फरवरी के आसपास महाराष्ट्र और गुजरात में कम दबाव के क्षत्र बनने की संभावना है। इसके अलावा उत्तरी व दक्षिणी हवाओं का आपस में टकराव भी होगा। इन मौसम प्रणालियों के प्रभाव से 13 व 14 फरवरी को घने बादल छा सकते हैं। इस दौरान ग्वालियर-चंबल संभाग में कहीं-कहीं बारिश भी हो सकती है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में बुधवार को अधिकतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 4.0 डिग्री डिग्री सेेल्सियस कम है जबकि न्यूनतम तापमान 3.9 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 1.3 डिग्री सेल्सियस कम है। आज सुबह हवा में नमी 95 और शाम को 51 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को सुबह मध्यम से घना कोहरा पड़ सकता है।

हिन्दुस्थान समाचार/शरद

   

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