विस बजट सत्र- आशा कर्मियों का अभी नहीं बढ़ेगा मानदेय: स्वास्थ्य मंत्री

गुवाहाटी, 09 फरवरी (हि.स.)। राज्य में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में घर-घर जाकर काम करने वाली आशा कर्मियों को मिलने वाले मानदेय में फिलहाल कोई बढ़ोतरी होने वाली नहीं है। आज असम विधानसभा के बजट सत्र के पांचवें दिन विधायक दिगंत बर्मन द्वारा इस सिलसिले में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री केशव महंत ने स्पष्ट उत्तर दिया कि फिलहाल केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकार को इस संदर्भ में कोई दिशा-निर्देश नहीं दिया गया है।

उन्होंने बताया कि राज्य में फिलहाल 33 हजार 656 आशा कर्मी नियोजित हैं। इन कर्मियों को मानदेय के रूप में केंद्र सरकार की ओर से प्रत्येक माह दो हजार रुपए तथा राज्य सरकार की ओर से एक हजार रुपए, यानी कुल मिलाकर तीन हजार रुपये मासिक दिए जाते हैं।

उल्लेखनीय है कि समय-समय पर आशा कर्मियों द्वारा सेवाएं नियमित करने तथा वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलन किया जाता रहा है। कई बार सरकार द्वारा मौखिक आश्वासन के बावजूद इस दिशा में कोई पहल अब तक नहीं किया जा सका है।

मंत्री ने अपने उत्तर में कहा कि यह केंद्र सरकार द्वारा चालित एक योजना है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के तहत असम के स्वास्थ्य विभाग के अधीन ये आशा कर्मी अपनी सेवाएं दे रही हैं। हालांकि, उत्तर में यह भी कहा गया है कि उनकी सेवाओं को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के रूप में नियमित करने को लेकर अब तक केंद्र सरकार द्वारा कोई स्वीकृति नहीं दी गई है। इस दौरान मंत्री ने इससे संबंधित कई पूरक प्रश्नों के भी उत्तर दिए।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश/अरविंद

   

सम्बंधित खबर