अभाविप ने चयन प्रक्रिया में प्रतीक्षा सूची मानदंड को बहाल करने का आग्रह किया

जम्मू, 16 फ़रवरी (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), जम्मू कश्मीर, जम्मू कश्मीर लोक सेवा आयोग (जेकेपीएससी) और जम्मू कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (जेकेएसएसबी) द्वारा आयोजित चयन प्रक्रियाओं में प्रतीक्षा सूची मानदंड को हटाने के संबंध में चिंता जताई है। परिषद की राज्य सचिव अक्षी बिल्लोरिया ने कहा कि प्रतीक्षा सूची के अभाव के कारण रिक्तियां खाली रहने की संभावना है। गतिशील वातावरण में जहां अप्रत्याशित परिस्थितियां जैसे कि उम्मीदवार की वापसी या प्रशासनिक परिवर्तन हो सकते हैं, भर्ती प्रक्रिया में देरी को रोकने के लिए प्रतीक्षा सूची का होना आवश्यक हो जाता है। इसके बिना, प्रक्रिया को अनावश्यक रूप से लंबा खींचने का जोखिम होता है, जिससे भर्तीकर्ताओं और उम्मीदवारों दोनों को असुविधा होती है।

इसके अलावा, प्रतीक्षा सूची को हटाने से उन योग्य उम्मीदवारों के अवसर भी छूट सकते हैं जो प्रारंभिक चयन कटऑफ से मामूली अंतर से चूक गए थे। अपेक्षित योग्यताएं पूरी करने और चयन मानदंडों को पूरा करने के बावजूद, ये उम्मीदवार रोजगार की संभावनाओं से केवल इसलिए वंचित हो सकते हैं क्योंकि रिक्तियों के मामले में उन्हें शामिल करने का कोई प्रावधान नहीं है। यह न केवल उम्मीदवारों के प्रयासों को कमजोर करता है बल्कि पूरी चयन प्रक्रिया की दक्षता और प्रभावशीलता को भी कम करता है।

उन्होंने जेकेपीएससी और जेकेएसएसबी में भर्ती प्रक्रियाओं की देखरेख के लिए जिम्मेदार अधिकारियों से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने और प्रतीक्षा सूची मानदंड को बहाल करने का आह्वान करता है।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान

   

सम्बंधित खबर