गर्भनिरोधक के अस्थाई साधनों में 'अंतरा' बन रहा है पहली पसंद

कानपुर, 16 फरवरी (हि.स.)। कानपुर मण्डल में 2023-24 में जनवरी माह तक 47,716 महिलाओं ने परिवार नियोजन के अस्थायी साधन तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा को अपनाया, जबकि वर्ष 2022-23 में 55,443 महिलाओं ने और वर्ष 2021-22 में 34,051 महिलाओं ने अंतरा पर अपना भरोसा जताया है। यह आंकड़े गवाह हैं कि परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों को लेकर महिलाओं का भरोसा तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा पर अधिक मजबूत हुआ है।

अपर निदेशक चिकित्सा व स्वास्थ्य डा. रचना गुप्ता ने शुक्रवार को कि सुदूर ग्रामीण अंचलों में स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (पीएचसी) जैसे छोटे स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन के साधनों की उपलब्धता के बाद परिवार नियोजन को लेकर लोगों में जागरुकता बढ़ी है। यह इंजेक्शन प्रति तीन माह के अंतर पर लगाया जाता है। इसे माहवारी आने के एक सप्ताह के अंदर और प्रसव होने के छह सप्ताह बाद ही लगाया जाता है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.आलोक रंजन का कहना है कि हर माह की 21 तारीख को जिला महिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी), पीएचसी और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर आयोजित होने वाले खुशहाल परिवार दिवस पर प्रशिक्षित एएनएम, सीएचओ, काउंसलर द्वारा लोगों को जागरुक किए जाने के बाद परिवार नियोजन के अस्थायी और अस्थायी साधनों की स्वीकार्यता भी बढ़ी है।

एनएचएम व सिफप्सा के मण्डलीय प्रबन्धक राजन प्रसाद का कहना है कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ऐसे में गर्भनिरोधक अंतरा इंजेक्शन परिवार नियोजन में एक बेहतर उपाय है और यह काफी कारगर साबित हो रहा है। अंतरा या छाया अपनाने से पहले चिकित्सक की राय जरुरी है।

मंडलीय लॉजिस्टिक मैनेजर अर्जुन प्रजापति ने बताया कि पूरे मंडल में कानपुर नगर जनपद में अंतरा इंजेक्शन का काफी संख्या में महिलाओं ने प्रयोग किया है। उन्होंने बताया कि यहां वर्ष 2021-22 में 9993 महिलाओं नें अंतरा अपनाया वहीं वर्ष 2022-23 में 16725 अंतरा इंजेक्शन को महिलाओं ने अपनाया है। इस वर्ष जनवरी माह तक 14,314 महिलायें अंतरा इंजेक्शन अपनाने के लिए आगे आयीं हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/महमूद/राजेश

   

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