पूसीरे सिग्नलिंग प्रणाली को तकनीकी रूप से कर रही अपग्रेड

गुवाहाटी, 17 फरवरी (हि.स.)। ट्रेन यात्राओं को और अधिक संरक्षित और सुरक्षित बनाने के अपने निरंतर प्रयास की दिशा में पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) ट्रैक सिग्नलिंग प्रणाली को तकनीकी रूप से अपग्रेड और अनुरक्षण करने के लिए अत्याधुनिक उपायों को निरंतर लागू कर रही है। यह प्रक्रिया पूसीरे के सभी पांच मंडलों यथा तिनसुकिया, लमडिंग, रंगिया, अलीपुरद्वार और कटिहार में की गयी है, ताकि दुर्घटनाओं आदि जैसी अभूतपूर्व घटनाओं से बचा जा सके।

पूसीरे नियमित रूप से सिग्नलिंग सिस्टम पर कई स्वचालित परीक्षण करता है, जिसके द्वारा मानवीय त्रुटियों की जांच कर ठीक की जाती है। इसके अलावा, जब और जहां भी आवश्यक हो, सिग्नलिंग प्रणालियों में अपग्रेडेशन के साथ-साथ प्रतिस्थापन और नए संस्थापन किये जाते हैं।

पूसीरे के सीपीआरओ सब्यसाची डे ने शनिवार को जारी बयान में बताया कि भारतीय रेलवे की पहल के एक भाग के रूप में, पूसीरे ने मंडल के कई स्टेशनों और सेक्शनों पर विभिन्न सिग्नलिंग अपग्रेडेशन प्रणाली को निष्पादित किया है। लंका स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग/पैनल इंटरलॉकिंग का सिस्टम इंटीग्रिटी टेस्ट किया जा चुका है और लॉजिक इंटरफेस, केबल रूट प्लान, केबल टर्मिनेशन चार्ट, ट्रैक बॉन्डिंग प्लान आदि से संबंधित 4759 योजनाबद्ध ड्राइंग्स में से 4628 ड्राइंग्स जनवरी 2024 तक पूरी की गयी हैं।

उन्होंने बताया कि पूसीरे ने तिनसुकिया मंडल के अधीन तिताबर, फरकाटिंग और पानीतोला रेलवे स्टेशनों पर 3.260 किलोमीटर सिग्नलिंग केबल के प्रतिस्थापन के साथ-साथ लमडिंग मंडल के अधीन सबरूम, गुवाहाटी और नारंगी स्टेशनों पर 2.06 किलोमीटर नई सिग्नलिंग केबल लगाये गये। छह स्टेशनों यानी लमडिंग मंडल के न्यू करीमगंज, करीमगंज, धर्मनगर, रंगिया मंडल के नलबाड़ी और कटिहार मंडल के रायगंज और कालियागंज स्टेशनों पर सिग्नल एलईडी को भी इंटीग्रेटेड टाइप एलईडी से प्रतिस्थापित किया गया। लमडिंग मंडल के अधीन करीमगंज- महिषासन ब्लॉक सेक्शन के बीच यूएफएसबीआई को चालू करने के लिए करीमगंज और न्यू करीमगंज स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव भी किया गया है।

सब्यसाची डे ने कहा कि रेलवे सिग्नलिंग सिस्टम ट्रेनों के सुरक्षित परिचालन को सुनिश्चित करता है और उसकी विश्वसनीयता एवं अनुरक्षण सीधे तौर पर रेलवे कनेक्टिविटी की क्षमता और उपलब्धता को प्रभावित करती है। सिग्नलिंग से तात्पर्य ट्रेनों की आवाजाही को नियंत्रित और चालकों एवं ऑपरेटरों को सूचना प्रदान करने के लिए सिग्नल का उपयोग करने वाली संचार प्रणाली से है। इसके विपरीत, इंटरलॉकिंग एक ऐसा तंत्र है, जो परस्पर विरोधी गतिविधियों को रोकने और ट्रेनों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए सिग्नल, स्विच और अन्य उपकरणों के व्यवस्थित कार्य का समन्वय करता है।

हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद/वीरेन्द्र

   

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