अन्नदाता ही हमारा जीवनदाता: राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी

- सतना में कृषि विज्ञान मेले का किया शुभारंभ

भोपाल, 20 फरवरी (हि.स.)। नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी ने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। किसानों के द्वारा किये गये अथक परिश्रम से ही हमारी अर्थव्यवस्था सशक्त हुई है। किसान हमारा अन्नदाता भी है और जीवनदाता भी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबका साथ सबका विकास के मूल मंत्र को अमलीजामा पहनाते हुए किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिये प्रतिबद्धता पूर्वक कार्य कर रहे है।

राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी मंगलवार को सतना में कृषि विज्ञान मेले का शुभारंभ कर समारोह को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा किसानों के हित में लिये गये फैसलों से किसानों का आर्थिक सशक्तिकरण हो रहा है।

रसायन मुक्त खेती की ओर बढ़ें किसान

राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी नेकृषि मेले का शुभारंभ करते हुये कहा कि मेले की थीम इम्पावरिंग द फॉर्मर थू्र नेचुरल आर्गेनिक फॉर्मिंग पर आगे बढ़ते हुये किसान जैविक और प्राकृतिक खेती को अपनायें और रसायन मुक्त खेती को महत्व दें। प्राकृतिक और जैविक खेती सभी मायनों में हमारे स्वास्थ्य और मृदा स्वास्थ्य के लिये लाभप्रद हैं। उन्होने कहा कि रसायन युक्त खेती के अनेकों दुष्प्रभाव हैं।

मोटे अनाज के उत्पादों को मिलती है अच्छी कीमत

राज्यमंत्री ने कहा कि आज का समय आधुनिकता है। सभी क्षेत्रों में हम सभी आधुनिकता के साथ आगे बढ़ रहे हैं। किसान भी खेती के कामों में तकनीक का अधिकतम उपयोग करें। मोटे अनाजों की खेती को बढ़ाने में किसान सहयोग करें। मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने के लिये सरकार भी सहयोग कर रही है। मोटे अनाज के उत्पादों की कीमत पारंपरिक खेती के उत्पादों से ज्यादा होती है। इसका बाहर निर्यात होने से किसानों को अच्छी कीमत मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी भी मोटे अनाज (मिलेट) की खेती से होने वाले फायदों पर जोर दे रहे हैं। विदेशों में भारतीय उत्पादों की मांग बहुत ज्यादा है। राज्यमंत्री ने कहा कि मिलेट हमारी सभ्यता का, हमारे भोजन का अभिन्न अंग था। धीरे-धीरे इसकी मात्रा हमारे भोजन में कम होने लगी। लेकिन प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मिलेट को बढ़ावा देने की अभिनव पहल की और सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं।

राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी ने कहा कि सतना जिले में सबसे बड़ी आबादी किसानों की है। राज्य सरकार और मेहनती किसान मिलकर प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश में फसल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रोत्साहन योजनाएं और मार्गदर्शी कार्यक्रमों का संचालन केंद्र और राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा है। अब शिक्षित युवाओं द्वारा भी कृषि को रोजगार के रूप में अपनाया जा रहा है। विश्वविद्यालय में अध्ययनरत कृषि संकाय के विद्यार्थी आधुनिक कृषि और उसकी तकनीकों के बारे में गहन अध्ययन करें। अतिथियों द्वारा मेले का उद्घाटन एवं कृषि प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। अतिथियों का स्वागत एवं परिचय डॉ. हर्षवर्धन ने दिया। इसके पश्चात अधिष्ठाता कृषि एवं तकनीकी संकाय डॉ. एस.एस. तोमर ने कृषि विज्ञान मेले का उद्देश्य निरूपित किया।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

   

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