बच्चें माता-पिता को कभी बोझ न समझें, बने बुढ़ापे का सहारा : प्रो. प्रतिभा गोयल

बच्चें माता-पिता को कभी बोझ न समझे बल्कि बुढ़ापे का सहारा बनेः कुलपतिबच्चें माता-पिता को कभी बोझ न समझे बल्कि बुढ़ापे का सहारा बनेः कुलपति

अयोध्या, 21 फरवरी (हि.स.)। डॉ.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की ओर से वृद्धाश्रम मणि पर्वत व महिला वृद्धाश्रम नया घाट में बुधवार को स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया गया। इस शिविर का शुभारम्भ विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने किया।

इस शिविर में कुलपति प्रो.गोयल ने कहा कि इस भौतिकवादी युग में वृद्ध माता-पिता अपने बच्चों पर बोझ बनते जा रहे हैं। ऐसे में उन्हें अपनों से दूर रहकर कठिन जीवन वृद्धाश्रम में गुजारना पड़ता है। बच्चें माता-पिता को कभी बोझ न समझें, बल्कि उनके बुढ़ापे का सहारा बनें।

कुलपति की मौजूदगी में चिकित्सकों ने 75 से अधिक वृद्धजनों का स्वास्थ्य का परीक्षण किया। जिनमें बीपी,शुगर,हीमोग्लोबिन,गठिया एवं कैलशियम की समस्या पाई गई। चिकित्सकों द्वारा वृद्धजनों के स्वास्थ्य समस्या का निदान करते हुए निःशुल्क दवा उपलब्ध कराई गई।

कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के अनुभूति एक प्रयास तहत अयोध्या के वृद्धाश्रम विश्वविद्यालय से जोड़े गए हैं। इसमें परिसर के समाजशास्त्र एवं समाजकार्य के विद्यार्थियों को अयोध्या स्थित वृद्धाश्रम को जोड़ा गया है। जिससे उनमें वृद्धों के प्रति समाज की सहानुभूति को स्वानुभूति में परिवर्तित किया जा सके।

इस स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में कुलपति प्रो. गोयल ने आश्रम के वृद्धजनों को फल,मच्छर से बचाव के लिए मच्छरदानी व अन्य सामग्री भेंट किया। मौके पर पंजाब सरकार के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर प्रेम भूषण गोयल, विश्वविद्यालय की चिकित्साधिकारी डाॅ0 दीपशिखा चौधरी, डाॅ0 दीपशा दूबे, आश्रम के परमानंद यादव, प्रद्युम्न मिश्रा, रीमा मिश्रा, डाॅ0 दिनेश कुमार सिंह, डाॅ0 प्रतिभा देवी, डाॅ0 प्रभात कुमार, पल्लव पाण्डेय, स्वतंत्र त्रिपाठी, डाॅ0 प्रज्ञा पाण्डेय, आशीष मिश्र, गिरीशचंद पंत, सीमा तिवारी सहित अन्य मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/पवन/राजेश

   

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