विदेशी नागरिकों ने मोक्षदायिनी फल्गु नदी के तट पर किया पिंडदान

पटना, 27 फ़रवरी (हि.स.)। पितरों के मोक्ष के लिए बिहार के गया में पिंडदान करने के महत्व को देखते हुए ताइवान से गया पहुंचे छह विदेशी नागरिकों ने मंगलवार को फल्गु नदी के तट पर अपने पितरों का पिंडदान किया।

गया पहुंचे ताइवान के नागरिकों ने मोक्षदायिनी फल्गु नदी के तट पर पूरे विधि विधान के साथ श्राद्ध कर्म की प्रक्रिया की शुरू की और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना की शुरुआत कर अपने पितरों का पिंडदान किया।

पिंडदान कराने के बाद इसकी जानकारी देते हुए पुरोहित रंजित लाल पाठक ने बताया कि ये लोग अपने पितरों के पिंडदान के लिए साल 2023 से ही गया पहुंच रहे हैं। पहले ये दो चार लोगों को लेकर आते थे लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ गई है। धीरे-धीरे पूरे विश्व में सनातन संस्कृति का विस्तार हो रहा है। यही कारण है कि दूसरे देशों से भी बड़ी संख्या में विदेशी अपने पुर्वजों का पिंडदान करने गया पहुंच रहे हैं।

अपने पूर्वजों के आत्मा की शांति के लिए ये लोग आते हैं। इनको हिन्दू सभ्यता से बहुत लाभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यटक बताते है कि गया में पुर्वजों का श्राद्ध करने से उन्हें बड़ा सुकून मिलता है।

ये सभी ताइवानी पर्यटक गया के बाद वाराणसी, हरिद्वार और फिर ऋषिकेश होते हुए दिल्ली जाएंगे। वहां से फिर वे अपने वतन वापस लौट जाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंदा

   

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