उत्तराखंड में इसरो का नोडल सेंटर बना यूयूटी का महिला प्रौद्योगिकी संस्थान

देहरादून, 29 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रीय स्तर की सफलताओं के पायदान पर एक कदम और आगे बढ़ते हुए वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (यूयूटी) के महिला प्रौद्योगिकी संस्थान को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने स्टार्ट-2024 प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए प्रदेश का नोडल केंद्र बनाया है। नोडल केंद्र बनाए जाने पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओंकार सिंह समेत शिक्षकों, छात्रों तथा कर्मचारियों में खुशी का माहौल है।

अप्रैल और मई में चलेगा प्रशिक्षण कार्यक्रम

इसरो ने महिला प्रौद्योगिकी संस्थान के शिक्षक और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष डॉ. आशीष बगवाड़ी को इस कार्य के लिए कोऑर्डिनेटर नामित किया है। इसरो आगामी अप्रैल और मई में स्टार्ट-2024 प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाइव आयोजन नोडल केंद्र महिला प्रौद्योगिकी संस्थान देहरादून में करेगा।

अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में युवाओं को जानकारी उपलब्ध कराना है उद्देश्य

प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आकर्षित करना और जानकारी उपलब्ध कराना है। प्रशिक्षण मॉड्यूल के विशेषज्ञ अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों पर परिचयात्मक स्तर के विषयों के समायोजन के साथ भारतीय अंतरिक्ष अन्वेषण कार्यों और अनुसंधान अवसरों पर व्याख्यान का लाइव सत्र आयोजित करेंगे।

प्रशिक्षण के लिए ये होंगे पात्र

प्रशिक्षण कार्यक्रम के राष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत प्रौद्योगिकी जैसे- इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन, कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, अप्लाइड साइंस, रेडियो फिजिक्स, ऑप्टिकल और आप्टो इलेक्ट्रॉनिक्स, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और अन्य संबंधित विषयों की स्नातकोत्तर और अंतिम वर्ष के स्नातक इंजीनियरिंग क्षेत्र के छात्र-छात्राएं प्रशिक्षण के लिए प्रतिभाग करने के लिए पात्र होंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/सत्यवान/वीरेन्द्र

   

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