फास्ट टेस्ट के माध्यम से ब्रेन स्ट्रोक से बचा जा सकता है:डॉ वीपी सिंह

—तनाव प्रबन्धन एवं न्यूरो निदान विषयक राष्ट्रीय सेमिनार

वाराणसी,31 मार्च (हि.स.)। मेदांता हॉस्पिटल गुडगाँव के मुख्य न्यूरो सर्जन डॉ. वीपी सिंह ने कहा कि ब्रेन स्ट्रोक से बचने के लिए एक बहुत ही कारगर टेस्ट है जिसे आप घर पर भी आसानी से कर सकते हैं। इसे फास्ट टेस्ट के नाम से जाना जाता है। अगर आपको लगे कि किसी भी इंसान में स्ट्रोक का खतरा है, तो फास्ट टेस्ट को घर पर ही कर सकते हैं। डॉ. सिंह रविवार को सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी व्यापार मण्डल के संयुक्त बैनर तले विश्वविद्यालय के मुख्य भवन में आयोजित 'तनाव प्रबन्धन एवं न्यूरो निदान' विषयक राष्ट्रीय सेमिनार को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने फास्ट टेस्ट के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मुख के किसी भाग में असमानता देखें। क्या मुस्कान असमान है?,दोनों हाथों को उठाने की कोशिश करें। क्या एक हाथ अन्य हाथ से कमजोर दिखाई देता है?। कुछ शब्दों को दोहराएं और जानें। क्या बोलने में तो कोई परेशानी नहीं हैं?। अगर उपरोक्त लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त करें। डॉ वीपी सिंह ने कहा कि इसी प्रकार से तनाव मुक्त जीवन निर्माण करना चाहिए। तभी हम निरोगी और आनंद के साथ जीवन व्यतीत करेंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि हम सभी ने अपने दैनिक जीवन में तनाव का अनुभव किया है । आधुनिक जीवन कठिनाइयों, अत्यधिक जिम्मेदारियों और सुविधाओं की प्राप्ति की तीव्र इच्छाओं से भरा है। तनाव अपने आप में कोई बीमारी नहीं है, लेकिन अगर इसकी अधिकता हो तो यह गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। उन्होंने कहा कि

इससे सभी रोगों का राजा मधुमेह हो सकता है, मधुमेह से सभी रोगों का निर्माण होता है।

तनाव और चिंता के लिए आयुर्वेद उपचार में जीवनशैली में संशोधन, आहार और व्यायाम शामिल हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने की। सेमिनार का संचालन डॉ हृदय नारायण पाण्डेय ने किया। सेमिनार में कुलसचिव राकेश कुमार, प्रो. रामकिशोर त्रिपाठी, प्रो. हीरक कांत चक्रवर्ती,प्रो. दिनेश कुमार गर्ग, प्रो. शैलेश कुमार मिश्र, प्रो.राजनाथ आदि भी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/सियाराम

   

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