रायपुर : बालको मेडिकल सेंटर में बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट का उद्घाटन

रायपुर, 31 मार्च (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के नया रायपुर में 170 बिस्तरों वाली ऑन्कोलॉजी सुविधा बाल्को मेडिकल सेंटर (बीएमसी) ने 30 और 31 मार्च को दो दिवसीय कार्यक्रम के साथ अपनी 6वीं वर्षगांठ मनाई। इस दौरान केंद्र ने विस्तारित बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट का उद्घाटन किया, जिससे इसकी क्षमता 2 से 5 बिस्तरों तक बढ़ गई।

अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण विभिन्न रक्त विकारों वाले रोगियों के लिए देखभाल का मानक है। जब कोई अन्य विकल्प नहीं बचता तो यह दोबारा ल्यूकेमिया और मायलोमा के रोगियों को आशा प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, यह गैर-कैंसर आनुवंशिक बीमारियों जैसे सिकल सेल एनीमिया और अप्लास्टिक एनीमिया का इलाज प्रदान करता है, जहां स्टेम सेल प्रत्यारोपण ही एकमात्र समाधान है।

उद्घाटन वेदांत मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन की चेयरपर्सन ज्योति अग्रवाल ने किया, जिन्होंने टिप्पणी की, बीएमसी की बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट का विस्तार क्षेत्र में कैंसर रोगियों को उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। बीएमटी इकाई की स्थापना के लिए गहन रोगी देखभाल, उन्नत प्रयोगशाला सुविधाओं और मजबूत बुनियादी ढांचे और सहायता सेवाओं की आवश्यकता होती है। अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ, बीएमसी में अब तक हमें उत्कृष्ट परिणाम मिले हैं। उन्होंने आगे कहा, इस उच्च-स्तरीय उपचार को बीएमसी चैरिटेबल फंड और विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से वंचितों के लिए सुलभ बनाया गया है, और हम इसे सक्षम करने में सबसे आगे हैं।

पिछले दो वर्षों में, बाल्को मेडिकल सेंटर ने 60 से अधिक सफल अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण पूरे किए हैं, जिनमें से 85% मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना (एमवीएसएसवाई) के तहत हैं। इंडियन सोसाइटी फॉर बोन मैरो ट्रांसप्लांट द्वारा मान्यता प्राप्त, अस्पताल मध्य भारत में बीएमटी के लिए एक रेफरल केंद्र है।

वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन की मेडिकल डायरेक्टर डॉ. भावना सिरोही ने कहा, बाल्को मेडिकल सेंटर भारत के उन चुनिंदा अस्पतालों में से एक है जो एलोजेनिक (भाई-बहनों से) और ऑटोलॉगस (अपनी कोशिकाओं से) बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) दोनों की पेशकश करता है। बीएमटी के लिए बढ़ती प्रतीक्षा सूची के कारण, हमने स्थानीय आबादी को बेहतर सेवा देने के लिए अपनी दो बिस्तरों वाली इकाई को पांच बिस्तरों तक विस्तारित किया।

पहले, एलोजेनिक बीएमटी की आवश्यकता वाले मरीजों को टियर 1 शहरों की यात्रा करनी पड़ती थी। अब, हमारी विस्तारित सुविधाओं के साथ, वे स्थानीय स्तर पर देखभाल प्राप्त कर सकते हैं, लंबी दूरी की यात्रा के बोझ को कम कर सकते हैं और घर के करीब गुणवत्तापूर्ण उपचार सुनिश्चित कर सकते हैं।

रायपुर में सारडा एनर्जी एंड मिनरल्स लिमिटेड ने बोन मेरो ट्रांसप्लांट को और सुदृढ़ बनाने हेतु कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व के तहत दान दिया। सारडा ग्रुप के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री कमल किशोर सारदा ने अपनी सराहना व्यक्त करते हुए कहा, 'हम हमेशा अपने समुदाय के लिए महत्वपूर्ण मूल्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं। हम इस नेक पहल को सुविधाजनक बनाने के लिए बालको मेडिकल सेंटर के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं। स्टेम सेल प्रत्यारोपण सेवाओं को अब एक विलासिता के रूप में नहीं बल्कि कुछ रोगियों के अस्तित्व के लिए एक महत्वपूर्ण आवश्यकता के रूप में देखा जाता है। हम कई जरूरतमंदों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने के अवसर के लिए बहुत आभारी हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ गेवेन्द्र

   

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