पूजा के दौरान धूप-बत्ती के धुएं से उड़ी मधुमक्खियों का महिलाओं पर हमला, कई घायल

भीलवाड़ा, 4 अप्रैल (हि.स.)। करेड़ा थाना क्षेत्र के चितांबा में पीपल के वृक्ष के नीचे दशामाता का पूजन कर रही महिलाओं पर गुरुवार को मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। धूप, दीपक और अगरबत्ती लगाकर महिलाओं ने जैसे ही पूजन शुरू किया, धुएं के कारण छत्ते से मधुमक्खियां उड़ने लगी और उन्हें डंक मारने शुरू कर दिए। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई और महिलाएं अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगी। हादसे में मोहरा बाई (58) पत्नी वृद्धिचन्द्र समेत करीब 23 महिलाएं घायल हो गई, जिन्हें इलाज के लिए हॉस्पिटल भिजवाया गया।

सभी महिलाएं दशा माता की पूजा करने गई थी। लेकिन, मधुमक्खियाें के हमले से पूजा कर रही महिलाओं की हालत बिगड़ गई। महिलाओं ने साड़ी और सूट समेत अन्य कपड़ों से अपना बचाव करने का प्रयास किया, लेकिन वे डंक से बच नहीं पाई। घायल महिलाओं को प्राथमिक इलाज के लिए करेड़ा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। दो महिलाओं की हालत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें भीलवाड़ा हॉस्पिटल में रेफर किया गया है।

प्रत्यक्षदर्शी प्यारी देवी ने बताया कि हम लोग दशा माता का पूजन करने के लिए चितांबा गार्डन में गए थे, पूजा शुरू की ही थी। धूप, दीपक और अगरबत्ती से पूजन की शुरुआत की थी, लेकिन तब ही यह हादसा हुआ। इस दौरान मोहरा बाई के चेहरे पर मधुमक्खियों के झुंड ने हजारों बार डंक मारे, जिससे उसके पूरे चेहरे पर डंक ही डंक हो गए। अस्पताल में भर्ती करवाने के बाद डॉक्टर और परिजनों ने चेहरे से चुन-चुनकर डंक निकाले। फिलहाल घायल महिलाओं की हालत स्थिर बताई जा रही है।

महिलाओं ने बताया कि दशा माता की पूजा अर्चना और व्रत करने से घर की दशा में सुधार आता है। साथ ही दरिद्रता का अंत होता है। इस दिन महिलाएं कच्चे सूत का 10 तार का डोरा बनाकर उसमें 10 गठाने लगाती हैं और फिर उसे लेकर पीपल के वृक्ष की पूजा अर्चना करती हैं। इसी पूजन विधि के जरिए दशा माता का पूजन किया जा रहा था, लेकिन अचानक हुए हादसे ने कई महिलाओं को अस्पताल पहुंचा दिया, जिसमें महिलाओं के चेहरे समेत अनेक हिस्सों पर डंक के कारण जहर फैलने की आशंका फैल गई है।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर

   

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