शराब के विरोध में बडे़थी गांव की महिलाओं ने डीएम को सौंपा ज्ञापन गांव में अवैध शराब परोसने पर लगे अंकुश।।

अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश नहीं लगा तो महिलाएं उतरेंगी सड़कों पर

उत्तरकाशी, 05 अप्रैल (हि.स.)। बडे़थी गांव में बढ़ते शराब के प्रचलन से परेशान महिलाओं ने डीएम को पत्र सौंप कर अवैध रूप से परोसी जा रही शराब पर रोकथाम लगाने की गुहार की है।

शुक्रवार को जिला मुख्यालय से महज 5 किमी दूर बसे बसराली पट्टी, तहसील डुण्डा की महिलाओं ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर अवैध शराब के बढ़ते प्रचलन पर अंकुश लगाने की मांग उठाई। ग्राम प्रधान रामप्यारी देवी के नेतृत्व में महिलाओं ने डीएम को ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में कहा गया कि ग्राम सभा बडे़थी की सीमा के अन्दर नशे का कारोबार खूब फल फूल रहा है। यहां आये दिन सब्जी व परचून की दुकान में खुले आम शराब की बिक्री की जा रही है, जिससे युवा पीढ़ी नशे से बर्बाद हो रही है। दरअसल, बड़ेथी गांव डुंडा व उत्तरकाशी के मध्य बसा है। दोनों ओर शराब के ठेके हैं। इन ठेकों से शराब माफिया द्वारा शराब घर -घर पहुंचायी जा रही है, जिससे गांव और बाजार में माहौल खराब हो रहा है। गांव में कई तरह के लोग बाहर से आते हैं और स्मैक आदि की बिकी कर बच्चों को बर्बाद कर रहे हैं।

ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि यदि अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश नहीं लगाया जाता है तो बडे़थी गांव की महिलाओं को सड़कों पर आन्दोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

गांव की महिलाओं ने बताया कि बडे़थी गांव में शराब परोसने का प्रचलन बढ़ता जा रहा है, इसलिए मार्च के महीने में महिला मंगल दल ने एक प्रस्ताव पारित कर शादी-विवाह आदि में भी शराब परोसने पर 21,000 रुपये का जुर्माना तय किया था। गांव में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है। यदि शादी विवाह में कोई भी परिवार शराब पिलाते हुए पकड़ा जाता है तो उस पर 21,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा तथा सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ चिरंजीव सेमवाल

/दधिबल

   

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