मुंह के कैंसर तम्बाकू व सुपारी के कारण : डॉ असीम मिश्रा

-- एएमए में वैज्ञानिक संगोष्ठी का हुआ आयोजन

प्रयागराज, 07 अप्रैल (हि.स.)। मुंह के कैंसर किसी न किसी रूप में तम्बाकू और सुपारी के उपयोग के कारण होते हैं। इस खतरे को रोकने के लिए पर्याप्त उपाय करना और तम्बाकू के सेवन से होने वाली सैकड़ों बीमारियों में से सिर्फ एक के कारण होने वाले आर्थिक बोझ को कम करना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्नत चरण की बीमारी में केवल 20 प्रतिशत की कमी के कारण प्रारम्भिक पहचान रणनीतियों से सालाना लगभग 250 करोड़ रुपये की बचत हो सकती है।

उक्त विचार वाराणसी के वरिष्ठ मस्तिष्क और गर्दन कैंसर सर्जन डॉ असीम मिश्रा ने इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन कनवेन्शन सेंटर में आयोजित वैज्ञानिक संगोष्ठी में व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन और सरकार के स्तर पर कैंसर पैदा करने वाले पदार्थों पर रोक जैसी मौजूदा नीतियों को और मजबूत करने के साथ ही इन सबके लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण और रोगियों की इन सुविधाओं तक पहुंच और जरूरतमंद लोगों के लिए साक्ष्य आधारित बीमा और मुआवजा (प्रतिपूर्ति) प्रदान करने के लिए आवश्यक उपाय किए जा सकते हैं।

विभागाध्यक्ष प्लास्टिक सर्जरी मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज प्रयागराज डॉ मोहित जैन ने बताया कि चेहरे के बड़े दोषों का पुनर्निर्माण चुनौतीपूर्ण है। क्योंकि कार्यात्मक और कॉस्मेटिक दोनों परिणामों पर विचार किया जाना चाहिए।

चेहरे के त्वचा की संरचना सिलवटों, झुर्रियों और त्वचा की मोटाई के आधार पर भिन्न होती है। इसलिए, चेहरे के क्षेत्र में बड़े दोषों का संतोषजनक कॉस्मेटिक और अनुकूल कार्यात्मक परिणामों के साथ बड़े दोषों के लिए फ्री-फ्लैप पुनर्निर्माण किया जा सकता है। फिर भी दाग-धब्बों के कारण होने वाले कॉस्मेटिक कारणों से इससे रोगी को कम संतुष्टि मिलती है। त्वचा कैंसर के अधिकांश रोगी वृद्ध होते हैं।

वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ संजीव पाण्डेय ने हड्डी व मांस पेशियों के कैंसर के प्रारम्भिक लक्षण जांच व उपचार के बारे बताया कि आधुनिक लिम्ब सालवेज तकनीकि से हड्डियों के कैंसर को पूरी तरह हटाया जाता है और हाथ अथवा पैर कटने से बचा जा सकता है। सीएमओ डॉ आशु पाण्डेय ने एचपीआर रजिस्ट्रेशन के विषय में सभी चिकित्सकों को बताया तथा साथ ही आने वाले समय में डिजिटल महत्ता के बारे में भी बताया।

संगोष्ठी की अध्यक्षता एएमए अध्यक्ष डॉ कमल सिंह ने की। उन्होंने वक्ताओं को स्मृति चिन्ह एवं चेयरपर्सन डॉ मंगल सिंह, डॉ हरीश चन्द्र सिंह, डॉ सपन श्रीवास्तव एवं डॉ बीके मिश्रा को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। एएमए के संयुक्त वित्त सचिव डॉ अभिनव अग्रवाल ने संगोष्ठी का संचालन तथा सचिव डॉ आशुतोष गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त

   

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