कुटुम्ब भावना से कार्य करती है संस्कृत भारती: गौतम

जोधपुर, 12 अप्रैल (हि.स.)। संस्कृत भारती जोधपुर प्रान्त द्वारा हनवन्त आदर्श विद्या मन्दिर लालसागर में दो दिवसीय समीक्षा योजना गोष्ठी का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर अखिल भारतीय सह संगठन मन्त्री जयप्रकाश गौतम ने कहा कि संस्कृत भारती कुटुम्ब भावना से कार्य करती है। अत: हमें दूरदृष्टि रखते हुए स्नेहभाव से कार्यकर्ताओं के विकास और उनकी योग्यता वृद्धि के लिए चिन्तन करना चाहिए। संस्कृत भाषा के प्रचार कार्य को बढ़ाने के लिए अखिल भारतीय स्तर से लेकर क्षेत्र, प्रान्त, विभाग, जनपद, विकासखण्ड और ग्राम इकाई तक योजना निर्माण करना है। इसके लिए अधिकाधिक स्थानों पर संस्कृत सम्भाषण शिविरों का आयोजन, बालकेन्द्र, गीता शिक्षण केन्द्र, पत्राचार द्वारा संस्कृत योजना से आमजन को जोडऩा है। समीक्षा योजना में कार्य समीक्षा, कार्यक्रम समीक्षा, कार्यभू समीक्षा, कार्यकर्ता समीक्षा तथा आत्म समीक्षा करते हुए सतत सम्पर्क और प्रवास द्वारा संगठन कार्य को प्रभावी बनाना है।

क्षेत्र संगठन मन्त्री कमल शर्मा ने इस वर्ष कार्य विस्तार के लिए सम्भाषण शिविर, प्रान्त सम्मेलन, अभ्यास वर्ग तथा विस्तारक योजना के बारे में चर्चा की। क्षेत्र संयोजक डॉ. तगसिंह राजपुरोहित ने विभिन्न दायित्वों तथा संगठन पद्धति के बारे में जानकारी दी। प्रान्त अध्यक्ष तुलसीदास शर्मा ने कहा कि हमें मन, वचन और कर्म से संस्कृत भाषा के उन्नयन के लिए पूर्ण प्रयास करना है। प्रान्त मन्त्री लीलाधर शर्मा ने जोधपुर प्रान्त में विगत सत्र में आयोजित कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। इस समीक्षा योजना में संस्कृत भारती के पंच प्रकल्प, धन संग्रह, 25 मई से 6 जून तक जयपुर में आयोजित होने वाले प्रशिक्षण वर्ग, सरल संस्कृत परीक्षा, संस्कृत सप्ताह, प्रान्त सम्मेलन, भाषाबोधन वर्ग, गीता जयन्ती सहित आगामी सत्र में आयोजित होने वाले विविध कार्यक्रमों के बारे में चर्चा की।

इस अवसर पर प्रान्त सह मंत्री भुवनेश व्यास, प्रान्त सम्पर्क प्रमुख महेश दाधीच, पाबूराम विश्नोई, दिनेश गौड़, श्रवण विश्नोई, प्रो. सुनील मेहता, मूलाराम विश्नोई, सुधीर नाथ, मदाराम चौधरी, डॉ. क्षेमेन्द्र माथुर, सवाई सिंह राजपुरोहित, मोतीलाल साँखी,श्रवण सारस्वत, नरेन्द्र सिंह आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/ईश्वर

   

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