वैशाखी पर गुरुद्वारों में सजा कीर्तन दरबार:अटूट लंगर के लिए सेवादार संभालेंगे व्यवस्था

जयपुर, 13 अप्रैल (हि.स.)। खालसा सिरजना दिवस बैसाखी पर्व के उपलक्ष्य में राजधानी के गुरुद्वारों में दो दिवसीय आयोजन शनिवार को शुरू हुए। वैशाखी पर श्रद्धालुओं ने गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष मत्था टेककर सरबस के भले की अरदास की। गुरुद्वारा नेहरू नगर पानीपेच में शनिवार सुबह दस से दोपहर ढाई बजे तक कीर्तन दीवान सजाया गया। भाई सत्येंद्र पाल सिंह, हजूरी रागी श्री दरबार साहिब, भाई अलख सिंह, हजूरी रागी, नेहरू नगर और भाई गुरमीत सिंह जी जयपुर वाले कीर्तन से संगत को निहाल किया। रविवार को सुबह दस से बारह बजे तक कीर्तन दीवान सजाया जाएगा। गुरुद्वारा हीदा की मोरी में भी शनिवार सुबह दस बजे श्री अखंड पाठ साहिब का भोग पड़ा। इसके बाद भाई सत्येंद्र पाल सिंह, हजूरी रागी श्री दरबार साहिब शबद कीर्तन से संगत को निहाल किया।

14 अप्रेल को विभिन्न गुरुद्वारों में अखंड पाठ साहिब का भोग, आसादीवार, कीर्तन दीवान सहित अनेक आयोजन होंगे। सभी गुरुद्वारों में कीर्तन दीवान की समाप्ति के बाद गुरु का अटूट लंगर वरताया जाएगा। राजापार्क, सेठी कॉलोनी, हीदा की मोरी, जवाहर नगर स्थित गुरुद्वारों में बड़े स्तर पर बैसाखी का पर्व मनाया जाएगा।

सेवादार संभालेंगे लंगर की व्यवस्था खालसा सिरजना दिवस पर होने वाले वैसाखी पर्व को लेकर राजापार्क, सेठी कॉलोनी, हीदा की मोरी, जवाहर नगर स्थित गुरूद्वारों में सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। गुरूद्वारों में होने वाली भीड़ को लेकर भी यहां के सेवादारों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। जो आने भीड़ और अटूट लंगर के लिए सेवादारों को अलग-अलग व्यवस्था सौपी गई है।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप

   

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