उत्तराखंड के चारों धामों में जाने वाली छड़ियों को त्रिवेणी घाट के संगम पर कराया गया विधि विधान से स्नान

-15 अप्रैल से 7 मई तक उत्तराखंड के तमाम मंदिरों और देवालयों में दर्शन करेगी : श्रीमहंत गोपाल

ऋषिकेश,14 अप्रैल (हि.स.)। षड्दर्शन साधू समाज अखिल भारतीय सनातन धर्म रक्षा समिति ने उत्तराखंड के चारों धामों जाने वाली छड़ी यात्रा के चलते छड़ियों को त्रिवेणी घाट पर विधि विधान से पूजा अर्चना करने के उपरांत स्नान करवाया गया, जो कि 15 अप्रैल से 7 मई तक उत्तराखंड के तमाम मंदिरों और देवालयों में दर्शन करेगी।

रविवार को त्रिवेणी घाट पर आयोजित छड़ी स्नान सड़क दर्शन साधु समाज अखिल भारतीय सनातन धर्म रक्षा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत गोपाल गिरी की अध्यक्षता में पहले जनवरी घाट पर छड़ियों का पूजन किया गया। उसके उपरांत हर हर महादेव के उद्घोष के साथ विधि विधान से गंगा स्नान कराया गया। महंत गोपाल गिरी ने छड़ी की महत्व के बारे में बताया कि देवभूमि उत्तराखंड चारों धाम की 1219 वीं छड़ी यात्रा षड्दर्शन साधु समाज अखिल भारतीय सनातन धर्म रक्षा समिति ने सन् 805 ई. में आदि गुरु शंकराचार्य के साथ अखाड़ा श्री शम्भू पंच दशनाम आह्वान नागा संन्यासी के 550 नागा संन्यासी शंकर दिग्विजय के बाद ऋषिकेश के त्रिवेणी संगम में स्नान किया गया था और बौद्धों के तोडे़ गये सनातनी मन्दिरों को पुन: सनातनी मन्दिर बनाये गये। इनमें मन्दिर श्री भरत जी महाराज ,मन्दिर श्री सोमेश्वर महादेव ,मन्दिर श्री चन्द्रेश्वर महादेव का जीर्णोद्धार और पुन: स्थापना की गई और देवभूमि उत्तराखंड मन्दिरों का जीर्णोद्धार किया गया।

तभी से यह छड़ी यात्रा 14 अप्रैल को ऋषिकेश त्रिवेणी संगम पर स्नान कर यमुनोत्री ,गंगोत्री ,केदारनाथ ,बद्रीनाथ के लिये रवाना हो जाती है, जो कि ऋषिकेश से 8 मई को चारों धामों के लिए सैकड़ों संतों के साथ रवाना होगी। इसमें आह्वान अखाड़ा पीठाधीश्वर अरुण गिरी के अतिरिक्त सुदर्शन साधु समाज अखिल भारतीय सालासर धाम रक्षा समिति के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष महंत भूपेंद्र गिरी, अखाड़ा के सभापति श्री महंत पूनम गिरी, महामंत्री सत्यागिरी, सचिव राजेश गिरी सहित अन्य संत महंत भी उपस्थित रहेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/विक्रम

/रामानुज

   

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