संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. आम्बेडकर की जयंती पर किया कार्यक्रम

डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर शहरी विकास मंत्री माला अर्पण करते हुए छाया विक्रमडॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर शहरी विकास मंत्री माला अर्पण करते हुए छाया विक्रमडॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर शहरी विकास मंत्री माला अर्पण करते हुए छाया विक्रमडॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर शहरी विकास मंत्री माला अर्पण करते हुए छाया विक्रमडॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर शहरी विकास मंत्री माला अर्पण करते हुए छाया विक्रम

-डॉ. आम्बेडकर का जीवन संघर्ष और सफलता सभी के लिए प्रेरणादायक : प्रेमचंद

ऋषिकेश, 14 अप्रैल (हि.स.)। उत्तराखंड दलित विकास महासभा ने संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आम्बेडकर की 133वीं जयंती पर कार्यक्रम आयोजित किया। रविवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। इस दौरान महासभा की ओर से डॉ. अग्रवाल को बाबा साहब का चित्र भेंट किया गया।

आम्बेडकर चौक पर आयोजित कार्यक्रम में मंत्री डॉ. अग्रवाल ने बाबा साहब डॉ. भीमराव आम्बेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि डॉ. आम्बेडकर का जीवन संघर्ष और सफलता की कहानी सभी के लिए प्रेरणा है। उनके विचार महिलाओं को पुरुषों के बराबर, अल्पसंख्यकों और गरीबों को अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने अपना जीवन समाज से छूआछूत व अस्पृश्यता को समाप्त करने के लिये समर्पित कर दिया था। उनका मानना था कि अस्पृश्यता को हटाए बिना राष्ट्र की प्रगति नहीं हो सकती है, जिसका अर्थ है समग्रता में जाति व्यवस्था का उन्मूलन।

डॉ. अग्रवाल ने कहा कि संविधान निर्माता डा. भीमराव आम्बेडकर ने देश की आजादी के बाद जिस भारत का सपना देखा, उस सपने को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार पूरा कर रही है। बाबा साहब के आदर्शों के पथ पर मोदी सरकार अनवरत गतिशील है। जिस सामाजिक न्याय की लड़ाई के लिए बाबा साहब ने पूरा जीवन समर्पित कर दिया, आज वह सामाजिक न्याय, फसाना नहीं हकीकत बन चुका है।

डॉ. अग्रवाल ने कहा कि मोदी सरकार के मंत्रिपरिषद में आज दलितों की भागीदारी दस प्रतिशत से अधिक है। देश में पहली बार दलित समाज को इतना प्रतिनिधित्व हासिल हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नेहरू, इंदिरा, राजीव गांधी या मनमोहन की सरकार में भी इतनी संख्या में दलित मंत्रियों को सरकार में शामिल होने का अवसर नहीं मिला। प्रधानमंत्री मोदी ने 26 अप्रैल को आधिकारिक रूप से संविधान दिवस की घोषणा कर डॉ. भीमराव आम्बेडकर के महान योगदान को सम्मान देने की पहल की। देश के किसी महापुरुष के जीवन से जुड़े सभी स्थलों को पहली बार तीर्थ स्थल के रूप में मोदी सरकार ने विकसित करने की पहल की। आम्बेडकर से जुड़े पांच प्रमुख स्थानों को मोदी सरकार ने पंचतीर्थ घोषित किया है।

इस मौके पर मण्डल अध्यक्ष ऋषिकेश भाजपा सुमित पंवार, अध्यक्ष उत्तराखंड दलित महासभा नंद किशोर जाटव, जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा कविता शाह, वरिष्ठ भाजपा नेता इंद्र कुमार गोदवानी, जिला उपाध्यक्ष दिनेश सती, पूर्व पालिकाध्यक्ष शम्भू पासवान, सदस्य वन निगम देवदत्त शर्मा, मण्डल अध्यक्ष महिला मोर्चा माधवी गुप्ता, राधे जाटव, विनोद भट्ट, आकाश जाटव, अशोक जाटव, हंसराज, कमल जाटव,प्रिया राजभर, बबिता राजभर, प्रभा देवी सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/विक्रम

/रामानुज

   

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