नई दवाओं के खोज में आण्विक गतिशीलता महत्त्वपूर्ण: प्रो राज कुमार मिश्रा

कंप्यूटेशनल केमेस्ट्री पर कार्यशाला के चतुर्थ दिवस पर मॉलिक्युलर डायनामिक्स पर हुआ व्याख्यान और प्रशिक्षण

जौनपुर,15 अप्रैल (हि.स.)। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान के रसायन विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित कंप्यूटेशनल केमिस्ट्री एंड मॉलिक्यूलर डिजाइन विषय पर सात दिवसीय कार्यशाला के चतुर्थ दिवस पर सोमवार को आण्विक गतिशीलता (मॉलिक्युलर डायनामिक्स) पर व्याख्यान और प्रशिक्षण हुआ।

रसायन विभाग, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रो. राज कुमार मिश्रा ने बताया कि आण्विक गतिशीलता के अध्ययन से पदार्थों तथा अणुओं के गुणों को समझने में मदद मिलती है। आणविक गतिशीलता दवाओं तथा डीएनए के बीच के परस्पर क्रिया तथा प्रभाव का पता लगाने में महत्वपूर्ण होता है। प्रो. मिश्रा ने प्रतिभागियों को सॉफ्टवेयर के माध्यम से आण्विक गतिशीलता का प्रशिक्षण दिया।

दूसरे सत्र में विशेष वक्ता के रूप में रसायन विज्ञान विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के डॉ. विवेक कुमार यादव ने आण्विक गतिशीलता के बारे में विस्तृत रूप से प्रतिभागियों को बताया। डॉ. यादव ने प्रतिभागियों को एब इनिशियो तरीके से आण्विक गतिशीलता के अध्ययन के बारे में चर्चा की। अतिथियों का स्वागत विभागाध्यक्ष डॉ. प्रमोद कुमार ने किया। सत्र का संचालन डॉ. नितेश जायसवाल ने किया।

हिन्दुस्थान समाचार/विश्व प्रकाश/सियाराम

   

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