ठेका कार्य संस्कृति को खत्म करेगी भाजपा, तृणमूल ने बंगाल को बर्बाद किया है : राजू बिष्ट

कोलकाता, 20 अप्रैल (हि.स.)। दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार राजू बिष्ट ने शनिवार को तृणमूल सरकार के तहत पश्चिम बंगाल में प्रचलित ठेका कार्य संस्कृति के बारे में चिंता व्यक्त की। उन्होंने अस्थायी रोजगार पर निर्भरता की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इसने अनिश्चितता और अस्थिरता ला दी है। दार्जिलिंग पहाड़ियों के सुखिया पोखरी में एक रैली में बोलते हुए, बिष्ट ने कहा, सरकारी कर्मचारियों से लेकर शिक्षकों और नागरिक स्वयंसेवकों तक, यहां तक कि स्वयं शासकीय संरचना जीटीए को भी ममता बनर्जी द्वारा जानबूझकर अस्थायी रखा गया है। क्षेत्र से मौजूदा सांसद बिष्ट ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, हम संविधान के तहत स्थायी राजनीतिक समाधान (पीपीएस) के माध्यम से अस्थिरता की इस संस्कृति को खत्म करने और स्थिरता लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बिष्ट ने चाय बागान और सिनकोना श्रमिकों के लिए अपर्याप्त मजदूरी के साथ-साथ पट्टा भूमि अधिकारों से इनकार जैसे मुद्दे भी उठाए। उन्होंने तृणमूल पर कथित रोहिंग्या और अवैध घुसपैठियों को बसने की सुविधा प्रदान करते हुए स्थानीय युवाओं की रोजगार संभावनाओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ''''तृणमूल कांग्रेस रोहिंग्याओं और अवैध घुसपैठियों के के द्वार खोलते हुए स्थानीय युवाओं को नौकरियों से वंचित करना चाहती है।

हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश/प्रभात

   

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