पूर्वी चंपारण जिले के विभिन्न प्रखंडो में गिरा भूगर्भीय जल स्तर

पूर्वी चंपारण,22अप्रैल(हि.स.)।जिले में लगातार भू गर्भ जलस्तर नीचे गिर रहा है,जिससे लोगो की चिंता बढने लगी है।पीएचईडी विभाग द्धारा किये गये जांच के अनुसार सर्वाधिक भूगर्भीय जल का स्तर बागमती,सिकरहना व लालबकेया नदी के स्थित पताही प्रखंड में दर्ज की गयी है।जहां का भू जल स्तर 21.2 फीट नीचे चला गया है। वहीं नेपाली नदियो से घिरे बनकटवा प्रखंड का भू जल स्तर 19.2 फीट, ढाका प्रखंड में 18.2 फेनहारा में 17.11 फीट, आदापुर में 15.6, चिरैया में 12.6, पकड़ीदयाल में 12.3, चकिया में 16.3, मधुबन व मेहसी में 16.9, तेतरिया में 12.8 फीट व बंजरिया में 14.3 फीट जलस्तर नीचे चला गया है।

सबसे चौकानी वाली बात तो यह है कि इन प्रखंडो में ज्यादातर वह शामिल है,जहां से होकर कई नेपाली नदियो के साथ सिकरहना बागमती व लालबकेया जैसी नदियां बहती है,साथ यहां के लोग हर साल बाढ विभीषिका भी झेलते है। कई प्रखंडो में हैंडपैप सूखने की शिकायत के बाद पीएचईडी मोतिहारी प्रमंडल के अभियंताओ की टीम की जांच में यह खुलासा होने के बाद जिलेवासियो की चिंताएं बढनी शुरू हो गयी है।

पीएचईडी एसडीओ अमरेश कुमार ने बताया कि औसतन 20 से 25 फुट तक जलस्तर होने पर कोई हैंडपंप नही सूखता है।शिकायत के बाद विभाग ने जिले के सभी 27 प्रखंड में भू गर्भीय जलस्तर की जांच शुरू कर दिया है।सभी प्रखंडो से जांच रिपोर्ट आने बाद एक टास्क फोर्स गठित कर इस समस्या के निराकरण की दिशा में कदम उठाया जायेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/आनंद प्रकाश/चंदा

   

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