शैक्षणिक यात्राओं से जीवन में आती है रचनात्मकता : डा. चौहान

हरिद्वार, 23 अप्रैल (हि.स.)। शैक्षणिक यात्राएं छात्रों में रचनात्मक एवं आलोचनात्मक रूप से सोचने का मौका प्रदान करती है। देखने एवं अनुभव के आधार पर सोचने की कुशलता विकसित करने और नवोन्वेषी शिक्षार्थी बनने में शैक्षिक यात्राएं महत्वपूर्ण घटक का काम करती है।

गुरुकुल कांगडी समविश्वविद्यालय परिसर में शैक्षिक भ्रमण पर आये हेमवती नंदन बहुगुणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय के एमपीएड अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं से एसोसिएट प्रोफेसर एवं प्रभारी, शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग डॉ. शिवकुमार चौहान ने यह बात कही। गढ़वाल विश्वविद्यालय के एमपीएड छात्र एवं छात्राओं ने अपने शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम की शुरूआत गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के दयानंद स्टेडियम परिसर से की।

छात्र-छात्राओं को शैक्षिक यात्राओं के महत्व को समझाते हुये डॉ.चौहान ने कहाकि यह छात्र जीवन के सबसे यादगार पल होते हैं, जिनसे प्राप्त अनुभव जीवन को सदैव तरोताजा बनाये रखते हैं। उपस्थित छात्र-छात्राओं ने भी अपने अनुभव साझा किये। 44-छात्र-छात्राओं के दल ने खेल सुविद्याओं, पुरातत्व संग्रहालय, केन्द्रीय पुस्तकालय, प्राचीन हॉकी मैदान आदि स्थानों का भ्रमण किया।

इस अवसर पर डॉ. कपिल मिश्रा, डॉ. अनुज कुमार, डॉ. प्रणवीर सिंह, सुनील कुमार, अश्वनी कुमार, दीवाकर आदि ने छात्रों से अपने विचार साझा किये। गढवाल विश्वविद्यालय की ओर से डॉ. गुरदीप सिंह, डॉ. संदीप एवं अन्य शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ रजनीकांत/रामानुज

   

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