पूर्व मेदिनीपुर में भाजपा नेता हत्या मामले में एनआईए की बड़ी कार्रवाई, तृणमूल कार्यकर्ता गिरफ्तार

पूर्व मेदिनीपुर, 4 दिसंबर (हि.स.)। पूर्व मेदिनीपुर के मयना में भाजपा नेता विजयकृष्ण भुइयां हत्या मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने तृणमूल कांग्रेस के एक और कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान बृद्धदेव मंडल के रूप में हुई है।

जानकारी के अनुसार, बुधवार को एनआईए की टीम बृद्धदेव मंडल की तलाश में उसके बेटे को साथ लेकर कई स्थानों पर छापेमारी कर रही थी। गुप्त सूत्रों से मिली सूचना पर जांचकर्ताओं को पता चला कि वह पश्चिम मेदिनीपुर के पिंगला इलाके में अपने एक रिश्तेदार के घर पर छिपा हुआ है। इस सूचना के आधार पर एनआईए ने वहां छापा मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को उसे कोलकाता ले जाया गया, जहां उससे पूछताछ की जाएगी।

यह मामला वर्ष 2023 की 1 मई को उस समय सामने आया था जब भाजपा बूथ अध्यक्ष विजयकृष्ण भुइंया की पत्नी लक्ष्मी भुइंया ने उनके अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू की और कुछ ही समय बाद घर के पास स्थित एक तालाब के किनारे से विजयकृष्ण का खून से लथपथ शव बरामद किया गया। इस हत्या के मामले में तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के नाम सामने आए। मयना थाने में 34 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई । पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार भी किया था, जिनमें से पांच बाद में जमानत पर रिहा हो गए।

पुलिस जांच में लापरवाही के आरोप लगने के बाद भाजपा ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। कलकत्ता हाई कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की जिम्मेदारी एनआईए को सौंप दी। इसके बाद एनआईए ने घटनास्थल का पुनर्निर्माण किया और लगभग डेढ़ सौ अधिकारियों की 14 टीमों में बंटकर आरोपितों के घरों में एक साथ छापेमारी की। जिसके दौरान बृद्धदेव मंडल सहित कई आरोपी फरार पाए गए। इन्हीं कारणों से एनआईए ने आरोपियों के घरों को सील कर उनके बाहर नोटिस चिपका दिए थे।

इससे पहले भी एनआईए तृणमूल के कई नेताओं को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें मयना ब्लॉक तृणमूल के पूर्व उपाध्यक्ष अमिताभ उर्फ बाबू भोंज, बाकचा इलाके के पूर्व उपाध्यक्ष सुजीत कर और गोरामहल इलाके से तृणमूल कार्यकर्ता नवकुमार मंडल शामिल हैं।

तृणमूल कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वे भी चाहते हैं कि इस हत्या मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा मिले लेकिन, भाजपा केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर तृणमूल नेताओं और कार्यकर्ताओं को फंसाने की कोशिश कर रही है। दूसरी ओर भाजपा ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि एनआईए हाई कोर्ट के आदेश पर जांच कर रही है, और इसका भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है। भाजपा का दावा है कि बार-बार हो रही गिरफ्तारियाँ साबित करती हैं कि जांच बिल्कुल सही दिशा में आगे बढ़ रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय

   

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