सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद गंगेज हाई स्कूल सहित कई स्कूलों पर मंडरा रहे हैं संकट के बादल

हुगली, 04 अप्रैल (हि. स.)। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के कारण लगभग 26 हजार लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। सुप्रीम कोर्ट ने 2016 एसएससी का पूरा पैनल रद्द कर दिया है। हुगली जिले में यह संख्या 854 है। एक साथ इतनी सारी नौकरियां चले जाने के कारण कई स्कूलों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। प्रत्येक दो हजार 200 विद्यार्थियों पर केवल एक गणित शिक्षक है। ऐसा ही एक स्कूल है बांसबेरिया गंगेज हाई स्कूल। इस स्कूल में चार गणित शिक्षक थे, लेकिन तीन की नियुक्ति रद्द हो गई है।

जीवन विज्ञान में चार लोग थे, अब केवल एक ही है। भौतिक विज्ञान में तीन में से एक की नियुक्ति रद्द हो गई है। इतिहास में तीन में से दो की नियुक्ति रद्द हुई है। अंग्रेजी पढ़ाने वाले आठ शिक्षकों में से चार हट गए है। भूगोल और हिंदी में भी एक-एक शिक्षक की नौकरी रद्द हुई है।

स्कूल के प्रधानाचार्य विशाल तिवारी का कहना है कि स्कूल में प्रिंसिपल सहित 41 शिक्षक थे, लेकिन 15 की नौकरी चली जाने से दो हजार 200 छात्रों को पढ़ाना मुश्किल हो जाएगा।

प्रधानाध्यापक ने कहा कि स्कूल के पास इस स्थिति से निपटने के लिए अंशकालिक अनुबंध शिक्षकों को नियुक्त करने के लिए धन नहीं है।

विद्यालय प्रबंधन समिति से चर्चा कर पूर्व छात्रों से अपील की जाएगी ताकि वे संकट के समय स्कूल के साथ खड़े हो जाएं।

सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि शिक्षकों की भर्ती तीन महीने के भीतर की जानी चाहिए। कल मुख्यमंत्री ने भी कहा था कि तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।

इस बीच, गर्मी की छुट्टियां पड़ जाएंगी। फिर भी, अब स्कूल के लिए चुनौती यह है कि स्कूल कितने दिन खुले रहेंगे।

स्कूल बच्चों के माता-पिता भी इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उनके बच्चों की शिक्षा का क्या होगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय

   

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