ढैंचा की खेती से बढ़ेगी उपज, घटेगी लागत

- एडीओ ने हिनौता में किया खेत का निरीक्षण, किसानों को बताए फायदे

मीरजापुर, 21 जुलाई (हि.स.) विकासखंड राजगढ़ के ग्राम पंचायत ददरा स्थित हिनौता गांव में सोमवार को सहायक विकास अधिकारी (कृषि) संतोष कुमार ने ढ़ैंचा की फसल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने किसानों को ढ़ैंचा की खेती के लाभों की जानकारी दी और इसे अपनाने के लिए प्रेरित किया।

एडीओ (कृषि) संतोष कुमार ने बताया कि विकासखंड क्षेत्र के 125 किसानों को अनुदान पर कुल 44 कुंतल ढ़ैंचा बीज का वितरण किया गया था। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने किसान संतोष कुमार के खेत पर पहुंचकर फसल की स्थिति देखी और उपस्थित किसानों को बताया कि ढैचा हरी खाद के रूप में बेहद उपयोगी है। इसके प्रयोग से धान में लगने वाले रोग कम होते हैं, साथ ही रसचूसक कीटों का प्रभाव भी घटता है।

उन्होंने कहा कि ढ़ैंचा मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बढ़ाता है, पानी को रोकने की क्षमता विकसित करता है और मिट्टी को नरम बनाए रखता है। इससे रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता कम होती है और पैदावार में भी वृद्धि होती है। छोटे से लेकर बड़े हर किसान को इसकी खेती करनी चाहिए।

निरीक्षण के दौरान किसान बृजेश सिंह, विकास पाल, विवेकानंद, सत्य प्रकाश सहित अन्य ग्रामीण भी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

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