कैंसर शोधक वैन रही प्रभावी, ठाणे सिविल सर्जन डॉ पवार ने कहा- गांवों में प्रयोग कारगर

मुंबई 3, दिसंबर ( हि. स.) ।ठाणे ज़िले में लोगों की हेल्थ सिक्योरिटी के लिए शुरू की जा रही कैंसर डायग्नोसिस पहल को अचानक रिस्पॉन्स मिला है, और ज़िले में घूम रही कैंसर डायग्नोस्टिक वैन कम समय में हज़ारों लोगों तक पहुँच चुकी है। यह पहल 3 नवंबर से 29 नवंबर, 2025 तक ज़िला अधिकारी ठाणे डॉ. श्रीकृष्ण पांचाल और चीफ़ एग्ज़ीक्यूटिव ऑफ़िसर मनोज रानाडे की गाइडेंस में लागू की गई थी।

इस पहल का मुख्य मकसद कैंसर का जल्दी पता लगाना और लोगों को तुरंत इलाज के लिए लाना, उन्हें गाइड करना और कैंसर के बारे में अवेयरनेस बढ़ाना है। यह पहल ज़िले के लिए बहुत ज़रूरी हो गई है क्योंकि अगर कैंसर का समय पर पता चल जाए तो इलाज ज़्यादा असरदार होता है।

इस पहल की खासियतेंअलग-अलग गांवों में घूम रही इस वैन के ज़रिए फ़्री कैंसर स्क्रीनिंग की गई।तीन बड़े कैंसर टेस्ट किए गए: ओरल कैंसर ब्रेस्ट कैंसर सर्वाइकल कैंसरये टेस्ट तय शेड्यूल के हिसाब से ठाणे ज़िले के पांच तहसील कल्याण, भिवंडी, अंबरनाथ, मुरबाद और शाहपुर में किए गए।ज़िला सर्जन डॉ. कैलाश पवार और ज़िला हेल्थ ऑफ़िसर डॉ. गंगाधर पारगे की दी गई जानकारी के मुताबिक, यह सर्विस कम समय में बड़ी संख्या में लोगों तक फ़्री में पहुंची है और यह पहल बहुत सफल रही है।

टेस्टिंग के आंकड़े (3 नवंबर – 29 नवंबर, 2025)ओरल कैंसर टेस्ट – 2441 नागरिकब्रेस्ट कैंसर टेस्ट – 1492 महिलाएंसर्वाइकल कैंसर टेस्ट – 1210 महिलाएं कुल टेस्ट – 5143 नागरिकटेस्ट किए गए सैंपल में— 5 ओरल कैंसर के संदिग्ध 34 ब्रेस्ट कैंसर के संदिग्ध14 सर्वाइकल कैंसर के संदिग्धकुल 53 लोग कैंसर के संदिग्ध मरीज़ पाए गए हैं। इनमें से 8 लोगों के सैंपल आगे की टेस्टिंग के लिए लैब में भेजे गए हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / रवीन्द्र शर्मा

   

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