सातारा डॉक्टर आत्महत्या मामले की जांच पर राजनीति गरमाई
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- Nov 03, 2025
मुंबई, 03 नवंबर (हि.स.)। महाराष्ट्र के सातारा जिले के फलटण जिला उपअस्पताल की डॉक्टर की आत्महत्या मामले की जांच को लेकर सूबे में राजनीति गरमा गई है। विपक्षी नेताओं ने इस मामले की जांच उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश से करवाए जाने की मांग की है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) की सांसद और नेता सुप्रिया सुले ने सोमवार को मृत डॉक्टर के परिवारों से मुलाकात की। इस मौके पर सांसद बजरंग सोनावने सहित कई राकांपा कार्यकर्ता मौजूद थे। सुप्रिया सुले ने कहा कि इस घटना में हमने एक डॉक्टर बेटी को खो दिया है। इस मामले की जांच के लिए पुलिस की अध्यक्षता में एसआईटी की जांच की जा रही है, जबकि आरोपित भी पुलिस कर्मी हैंं। सुप्रिया सुले कहा कि यह मान्य नहीं है, इस एसआईटी की अध्यक्षता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से करवाई जानी चाहिए। तब कहीं जाकर इस मामले में पीडि़त परिवार को न्याय मिल सकेगा। सांसद बजरंग सोनावने ने कहा कि वे इस मामले को लोकसभा में उपस्थित करेंगे और न्याय की मांग करेंगे।
शिवसेना यूबीटी की नेता सुषमा अंधारे सोमवार को इस मामले को लेकर फलटण पुलिस स्टेशन के अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच के लिए एसआईटी आईपीएस तेजस्वी सातपुते की अध्यक्षता में की गई है, जबकि तेजस्वी यहां कार्यरत रह चुकी हैं। भला तेजस्वी इस मामले में किस तरह न्याय दे सकेंगी। अंधारे ने कहा कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों से चर्चा की है , उनके साथ पीडि़त परिवार के सदस्य मौजूद थे। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश से करवाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पीडि़त परिवार की शिकायत है कि पीएसआई पाटिल भी दोषी है, लेकिन पुलिस पुलिसकर्मी पाटिल के खिलाफ शिकायत नहीं ले रही है।
फलटण जिला उप अस्पताल की डॉक्टर आत्महत्या मामले को लेकर आज छत्रपति संभाजीनगर और नायर अस्पताल के डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया और मामले की जांच उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश से करवाए जाने, पीडि़त परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की है।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर यादव



