अर्धकुंभ 2027: भीड़ के कुशल प्रबंधन के लिए तैयारियां तेज

अर्धकुंभ निर्माण कार्यों पर पैनी नजर, खामी मिलने पर होगी कार्रवाई: सोनिका

हरिद्वार, 8 दिसंबर (हि.स.)। अर्धकुंभ 2027 को लेकर हरिद्वार प्रशासन तैयारियों में तेजी ला रहा है। इसी क्रम में हर की पौड़ी क्षेत्र के लिए एक विस्तृत इवैक्यूएशन प्लान तैयार किया जा रहा है, जिससे भीड़ प्रबंधन को सुचारू और सुरक्षित बनाया जा सके। योजना के लागू होने के बाद हर की पौड़ी को सीधे आस्था पथ से जोड़ा जाएगा, जिससे आपातकालीन स्थिति में तीर्थयात्रियों को सुरक्षित मार्ग प्रदान किया जा सकेगा।

योजना के अनुसार, यदि हर की पौड़ी पर भीड़ अत्यधिक बढ़ जाती है, तो श्रद्धालुओं को धनुष पुल की ओर मोड़ते हुए सीधे चंडी पुल तक ले जाया जाएगा। इसके लिए रूट को मजबूत, चौड़ा और सुगम बनाया जा रहा है। आस्था पथ की मरम्मत और सौंदर्यकरण भी तेजी से किया जा रहा है तथा रख-रखाव की जिम्मेदारी जल्द ही एचआरडीए को सौंपी जाएगी।

इस परियोजना के पहले चरण पर लगभग 12 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। दूसरे चरण में चंडी घाट से बैरागी कैंप तक मार्ग को विकसित किया जाएगा, जिसकी लागत लगभग 15 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है। यह संपूर्ण योजना अर्धकुंभ 2027 के दौरान आने वाली करोड़ों की भीड़ को नियंत्रित करने और किसी भी आपात स्थिति में सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तैयार की जा रही है।

कुंभ मेला अधिकारी सोनिका ने बताया कि मेले के तहत होने वाले सभी निर्माण कार्यों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी निर्माण कार्य में खामी पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि समय सीमा और गुणवत्ता दोनों में से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

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