आयुर्वेद विश्वविद्यालय : स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करने में आयुर्वेद प्रभावी: प्रो. तोमर

वर्तमान समय के स्वास्थ्य परिदृश्य में आयुर्वेद की भूमिका पर विशेष व्याख्यान का आयोजन

जोधपुर, 2 दिसंंबर (हि.स.)। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद द्वारा पीजी ओरिएंटेशन 2025 कार्यक्रम के अंतर्गत वर्तमान स्वास्थ्य परिदृश्य और आयुर्वेद विषय पर एक विशेष ऑनलाइन व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के कुलगुरु (वैद्य) प्रोफेसर गोविंद सहाय शुक्ल के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर (डॉ.) जीएस तोमर उपस्थित रहे।

उन्होंने अपने वक्तव्य में वर्तमान स्वास्थ्य परिदृश्य की विस्तृत जानकारी दी और इस दौर में आयुर्वेद की महत्ता और भूमिका पर गहन प्रकाश डाला। प्रो. तोमर ने बताया कि कैसे आधुनिक जीवनशैली से उत्पन्न रोगों और वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करने में आयुर्वेद एक समग्र और प्रभावी समाधान प्रस्तुत करता है।

उन्होंने स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को आयुर्वेद के सिद्धांतों को अपनाकर न केवल रोगी को स्वस्थ करने, बल्कि संपूर्ण समाज के स्वास्थ्य संरक्षण में एक सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे साक्ष्य-आधारित आयुर्वेद को आगे ले जाने के लिए शोध और अध्ययन पर विशेष ध्यान दें।

पीजीआईए के प्राचार्य-निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) चंदन सिंह ने मुख्य वक्ता प्रोफेसर तोमर का स्वागत अभिनंदन किया और विषय की प्रासंगिकता पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर क्रिया शारीर विभाग के विभागाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी प्रोफेसर दिनेश चंद्र शर्मा, बालरोग विभागाध्यक्ष प्रोफेसर हरीश कुमार सिंघल, डॉ. राजीव सोनी, डॉ. निकिता सिंह, डॉ. प्रवीण कुमार, डॉ मनीष यादव सहित स्नातक और स्नातकोत्तर छात्र-छात्राएं पीजीआईए सेमिनार हॉल उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समन्वय डॉ. सौरभ अग्रवाल द्वारा किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश

   

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