छत्तीसगढ़ के बीजापुर में मुठभेड़ में मारे गये 31 नक्सलियों में से पांच की इनामी हार्डकाेर नक्सलियों के रूप में हुई शिनाख्त
- Admin Admin
- Feb 10, 2025
![](/Content/PostImages/304191695d46a2df55fe723193f28916_900858955.jpg)
बीजापुर, 10 फरवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के फरसेगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत नेशनल पार्क क्षेत्र के जंगल में रविवार काे हुई मुठभेड़ में मारे गए 31 में से पांच की शिनाख्त 25 लाख के इनामी हार्डकाेर नक्सलियाें के रूप में हुई है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि मारे गए नक्सलियों में आठ लाख का इनामी डीवीसीएम वेस्ट बस्तर डिवीजन हुंगा हेमला, पांच-पांच लाख के इनामी पीपीसीएम प्लाटून नंबर 11 का कमांडर मंगू हेमला निवासी सावनार, नेशनल पार्क एरिया कमेटी का एसीएम सुभाष ओयाम, एसीएम-गंगलूर एरिया कमेटी सन्नू और दो लाख का इनामी नेशनल पार्क एरिया पार्टी सदस्य रमेश शामिल हैं।
पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ अरुण देव गौतम, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विवेकानंद, पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी., महानिरीक्षक सीआरपीएफ राकेश अग्रवाल और अन्य अधिकारी द्वारा मुठभेड़ स्थल से बरामद हथियार गोला बारूद नक्सल साहित्य एवं अन्य बरामद नक्सल सामग्रियाें का निरीक्षण कियाl पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि अन्य 26 नक्सलियों की पहचान की जा रही है।
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से ऑटोमेटिक एक एके-47 राइफल, तीन मैगजीन, 56 कारतूस, एक एसएलआर राइफल, चार मैगजीन, छह कारतूस, एक इंसास रायफल, एक 303 रायफल, एक 315 बोर रायफल, 30 नग कारतूस, आठ 12 बोर गन, एक नग बीजीएल रॉकेट लांचर बड़ा मय स्टैंड, चार बीजीएल सेल, 6 बीजीएल लांचर, 14 सेल, 4 मोजल लोडिंग रायफल, 9 आईईडी तथा लेजर प्रिंटर, भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, माओवादी वर्दी, माओवादी साहित्य, दवाइयां व दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 में बस्तर संभाग अंतर्गत सुरक्षाबलों द्वारा नक्सली संगठन के खिलाफ प्रभावशाली नक्सल विरोधी अभियान संचालित किये जाने के परिणाम स्वरूप मुठभेड़ में विगत 40 दिनों में कुल 65 हार्डकोर नक्सलियों के शव बरामद किये गए हैं। सरकार की मंशा के अनुसार और जनता की इच्छा के अनुसार पुलिस मुख्यालय के मार्गदर्शन में बस्तर रेंज में तैनात डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा, सीआरपीएफ, बीएसएफ, आइटीबीपी, सीएएफ व बस्तर फाइटर के जवानों द्वारा मजबूत मनोबल एवं स्पष्ट लक्ष्य के साथ बस्तर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास के लिए समर्पित होकर कार्य किया जा रहा है। जवानों का बलिदान हमारे संकल्प के लिए प्रेरणा होगा l उन्होंने कहा कि कहा कि नक्सली संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा और कोई विकल्प नही बचा हैl
बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने नक्सली संगठन से अपील है कि वे तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर समाज की मुख्य धारा में जुडे़ अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहें l
हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे