थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी का देहरादून दौरात सैनिकों के साथ बातचीत और ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा

निरीक्षण करते थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल उपेंद्र द्विवेदी।

देहरादून, 30 दिसंबर (हि.स.)। थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सोमवार को देहरादून का दौरा कर क्षेत्र में तैनात सैनिकों के साथ संवाद किया और ऑपरेशनल तैयारियों की व्यापक समीक्षा की। उनके साथ मध्य कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता भी उपस्थित रहे।इस दौरे के दौरान जनरल द्विवेदी को लेफ्टिनेंट जनरल डीजी मिश्रा, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, उत्तर भारत एरिया, और मेजर जनरल नवीन महाजन, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, गोल्डन की डिवीजन ने क्षेत्र की आपरेशनल क्षमताओं, सुरक्षा प्रबंधों और बुनियादी ढांचे के विकास के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

सैनिकों के साथ संवादजनरल द्विवेदी ने सैनिकों के समर्पण और उनकी राष्ट्र सेवा की भावना की सराहना की। उन्होंने जटिल और बदलते सुरक्षा वातावरण में ऑपरेशनल दक्षता बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। सेनाध्यक्ष ने कहा कि सेना की आधुनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए उपकरणों का आधुनिकीकरण, नवाचार और प्रशिक्षण मानकों का उन्नयन जारी रहेगा। उन्होंने सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के प्रति सेना की प्रतिबद्धता दोहराई और उनके बलिदानों को सम्मानित किया। जनरल द्विवेदी ने सभी सैनिकों को 2025 के लिए सुखद और समृद्ध भविष्य की शुभकामनाएं दीं।

महू सैन्य स्टेशन का दौरादेहरादून दौरे से पहले 29-30 दिसंबर को सीओएएस ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ महू सैन्य स्टेशन का दौरा किया था। महू में उन्होंने भारतीय सेना के प्रमुख प्रशिक्षण संस्थानों का अवलोकन किया। रक्षा मंत्री को आर्मी वॉर कॉलेज के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल एचएस साही ने युद्ध के विभिन्न आयामों में सैन्य नेतृत्व को तैयार करने के संस्थान की भूमिका पर जानकारी दी।

थल सेनाध्यक्ष की सक्रिय नेतृत्व शैलीदेहरादून दौरा थल सेनाध्यक्ष द्वारा सैनिकों के मनोबल को ऊंचा रखने और सेना की मिशन तैयारियों को सुनिश्चित करने की दिशा में उनके सक्रिय दृष्टिकोण को दर्शाता है। यह दौरा सेना की रणनीतिक दक्षता और सैनिकों के कल्याण के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता को भी उजागर करता है।

हिन्दुस्थान समाचार / कमलेश्वर शरण

   

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