सनातन की रक्षा के लिए हिन्दुओं का जागरण आवश्यक : गोविंदानंद

सनातन की रक्षा के लिए हिंदुओं का जागरण आवश्यक -गोविंदानंद

सुल्तानपुर, 10 जनवरी (हि.स.)। श्री हनुमद जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पीठाधीश्वर एव शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के दंडी शिष्य स्वामी गोविंदानंद सरस्वती महाराज ने शुक्रवार को हिन्दू जनजागरण की आवश्यकता पर बल दिया। गोविंदानंद सरस्वती ने कहा कि वर्ष 1947 में राष्ट्र विभाजन के समय भी हिन्दू समाज सो रहा था और आज भी सो रहा है। हिन्दू समाज यदि शीघ्र नहीं जगा तो उसका जागना भी मुश्किल हो जाएगा।

गोविंदानंद सरस्वती शुक्रवार को अयोध्या से प्रयागराज जाते समय कूरेभार ब्लाक के अंतर्गत द्वारिकागंज बाजार में स्थित सिद्धपीठ द्वारिकाधाम मंदिर परिसर में श्रद्धालुओ एव भक्तों को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि यह हिन्दू समाज की उदासीनता ही थी कि अयोध्या, मथुरा, काशी, संभल सहित देश के अनेक स्थानों पर हमारे मठ मंदिरों देवालयों को तोड़ा गया। हमारी सांस्कृतिक विरासत एव सनातन धर्म को नष्ट करने का कुत्सित प्रयास किया गया। श्री महंत का मंदिर परिसर में पहुंचने पर स्थानीय नागरिकों के अलावा सैकड़ों श्रद्धालु एव भक्तों ने गर्म जोशी से माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस बीच श्रद्धालुओं ने स्वामीजी के साथ चल रहे भव्य हनुमान रथ का भी पूजन अर्चन कर आरती उतारी। जिसके उपरांत गोविंदानंद सरस्वती ने संकट मोचन हनुमान चालीसा का पाठ कराया और पूजन अर्चन आरती के पश्चात महाकुम्भ मेले में शामिल होने के लिए प्रस्थान किया।

इस दौरान स्वामी का भाजपा नेता संदीप मिश्र, दान बहादुर तिवारी, बृज भूषण मिश्र, कवि दयाराम अटल, लाल बहादुर मिश्र, धर्मेंद्र शर्मा, पंकज तिवारी, शीतला पांडेय, आशुतोष शुक्ला, प्रधान प्रतिनिधि सुभाष सिंह, कन्हैया यादव ने स्वागत किया। उक्त कार्यक्रम में फूल चंद्र प्रजापति, गोली निषाद, प्रभु मिश्र, अभिनव यादव, इन्द्रसेन यादव, आकाश सहित कई लोग सहयोगी की भूमिका में रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / दयाशंकर गुप्ता

   

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