बीजीबी ने बीएसएफ को बालुरघाट में कंटीले तारों की बाड़ लगाने से रोका, विधायक ने बॉर्डर का किया दौरा 

दक्षिण दिनाजपुर, 12 जनवरी (हि. स.)। मालदा के वैष्णवनगर के बाद अब बालुरघाट का शिवनगर में सीमा को फिर से कंटीले तारों की बाड़ से घेरने के दौरान तीन दिन पहले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) (भारत-बांग्लादेश) को बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड (बीजीबी) की बाधाओं का सामना करना पड़ा था।

बीजीबी की बाधा के कारण कंटीले तारों की बाड़ लगाने का काम रोक दिया गया है। इसे लेकर सीमा पर तनाव का माहौल है।

इधर, मामले की जानकारी मिलने के बाद रविवार दोपहर बालुरघाट विधायक अशोक कुमार लाहिड़ी ने इलाके के परिदर्शन पर पहुंचे।

विधायक ने बीएसएफ के साथ पूरे शिवरामपुर बॉर्डर का दौरा किया। इस दौरान सीमा पर बीएसएफ अधिकारियों और आम लोगों से विधायक ने बात भी किए।

विधायक अशोक लाहिड़ी ने कहा कि शिवरामपुर क्षेत्र में करीब 900 मीटर तक कोई कंटीला तार नहीं है। बीएसएफ ने वहां कंटीले तार बिछाने का काम शुरू किया था, लेकिन बीजीबी के अड़ंगे के कारण इसे रोक दिया गया है। जल्द ही दोनों देशों के उच्चाधिकारी बैठक कर मामले को सुलझा लिया जायेगा।

उल्लेखनीय है कि बालुरघाट ब्लॉक के भाटपाड़ा ग्राम पंचायत के शिवरामपुर में कई सौ मीटर खुली सीमा है। जहां कोई कंटीली तार नहीं है। इस खुली सीमा के उस पार एक भारतीय गांव है। जिसका नाम थेटापारा है। तीन दिन पहले बीएसएफ ने उस गांव सहित खुले इलाके को कंटीले तारों की बाड़ से घेरने की पहल की थी। काम भी शुरू हो गया था, लेकिन बीजीबी ने इसे बंद करा दिया।

बीजीबी ने कहा कि उच्च अधिकारियों के निर्देश के बिना वहां किसी भी तरह से कंटीले तार नहीं लगाए जा सकते है। जिसके बाद से सीमा पर तनाव है। हालांकि, घटना के बाद से इलाके में बीएसएफ की निगरानी बढ़ा दी गई है। इस बीच इलाके में तनाव को देखते हुए कल बालुरघाट थाने के आईसी सुमंत विश्वास समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल ने इलाके का दौरा किया था। 20 जनवरी को शिवरामपुर में बीजीबी और बीएसएफ की बैठक होने वाली है। जहां कंटीले तारों की बाड़ लगाने का निर्णय लिया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / सचिन कुमार

   

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