भारतीय जनता पार्टी ने झज्जर में खेला दलित कार्ड

-इस पद के लिए 44 कार्यकर्ताओं ने भरे थे नामांकन पत्र

झज्जर, 17 मार्च (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी ने झज्जर जिला में दलित कार्ड खेला है। यहां विकास वाल्मीकि को जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिला में पार्टी के कुछ नेता दबी जुबान में नेतृत्व के इस फैसले को सही नहीं बता रहे।

भाजपा के जिला अध्यक्ष बनाए गए विकास वाल्मीकि वर्ष 2008 में पार्टी में शामिल हुए थे। ओमप्रकाश धनखड़ जब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बने तो विकास को सह प्रदेश प्रवक्ता का दायित्व दिया गया। झज्जर के अलावा कुरुक्षेत्र और पंचकूला में भी उनके आवास बताया गया है और झज्जर में उनका काफी कम समय बीतता है। इसलिए पार्टी के कुछ नेता नाम न छापने की शर्त पर विकास की ताजपोशी पर सवाल भी उठा रहे हैं। इन लोगों ने कहा कि पार्टी को वर्षों का लंबा समय दे चुके वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया गया। चर्चा है के विकास को यह महत्वपूर्ण दायित्व पार्टी के वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश धनखड़ की रुचि के चलते मिला है। वह आरंभ से ही धनखड़ के चहेते कार्यकर्ताओं में रहे हैं। विकास वाल्मीकि की इस पद पर ताजपोशी को जिले में भाजपा के दलित कार्ड के रूप में भी देखा जा रहा है। विकास झज्जर से है और झज्जर दलितों के लिए आरक्षित विधानसभा सीट है। इस दृष्टि से यह माना जा रहा है कि एक दलित को जिला भाजपा का नेतृत्व सपने से जिले के दलित वर्ग में पार्टी को निश्चित रूप से बल मिलेगा।

निवर्तमान जिला अध्यक्ष राजपाल शर्मा जांगड़ा व कई पूर्व जिला अध्यक्षों समेत 44 कार्यकर्ताओं ने जिला भाजपा अध्यक्ष बनने के लिए आवेदन किया था। इनमें पूर्व जिला अध्यक्ष महेश कुमार, दिनेश गोयल, बीते विधानसभा चुनाव में बहादुरगढ़ से पार्टी के प्रत्याशी रहे दिनेश कौशिक, जिला मीडिया प्रभारी रहे दिनेश शेखावत, जिला परिषद के अध्यक्ष कप्तान सिंह बारदाना महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सोमवती जाखड़, मोर्चा की पूर्व जिला अध्यक्ष सुनीता चौहान, युवा नेता ऋषि भारद्वाज, तरुण वशिष्ठ, अतर सिंह यादव, नीलम अहलावत व योगेश दुजाना भी शामिल रहे।

निवर्तमान जिला अध्यक्ष राजपाल जांगड़ा ने विकास वाल्मीकि की ताजपोशी पर कहा कि समय पूर्व पार्टी ने यह तय किया था क्या मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी 35 से 45 वर्ष के बीच की आयु के कार्यकर्ता को दी जाएगी। जिला अध्यक्ष का महत्वपूर्ण दायित्व 45 से 60 साल की आयु के ही कार्यकर्ता को मिलेगा, जबकि उनकी आयु 60 वर्ष से अधिक हो चुकी है। इस प्रकार जिला अध्यक्ष का चयन पार्टी संगठन की नियमित प्रक्रिया का हिस्सा है।

हिन्दुस्थान समाचार / शील भारद्वाज

   

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